जयपुर. आगामी 30 मार्च को राजस्थान के स्थापना की वर्षगांठ है. देश में क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान सबसे बड़ा राज्य है. वहीं, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासतों की भी बात की जाए तो राजस्थान किसी से कम नहीं है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेशवासियों को राजस्थान दिवस की शुभकामनाएं दी है.
गुलाबचंद कटारिया ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए राजस्थान को त्याग, भक्ति और समर्पण की भूमि बताया. साथ ही देश प्रेम जनता के लिए जो भाव होने चाहिए उसमें समय के साथ कमी आने की बात भी कही. कटारिया ने कहा कि हम सबको मिलकर देश प्रेम और आमजन के प्रति अपने भाव को जागृत करना होगा.
राजस्थान दिवस की वर्षगांठ पर ईटीवी भारत से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सरदार पटेल के प्रयास से अलग-अलग रियासतों में फैला राजस्थान एकजुट हो पाया. कटारिया कहते हैं कि राजस्थान ना केवल जमीन के टुकड़े के लिहाज से देश में सबसे बड़ा राज्य है, बल्कि त्याग, भक्ति और समर्पण की दृष्टि से भी ना केवल देश बल्कि पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है.
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नेता प्रतिपक्ष के अनुसार राजस्थान के गठन के बाद प्रदेश का खूब विकास हुआ, इसमें कोई दो राय नहीं है. लेकिन, देश प्रेम और जनता के प्रति जिस प्रकार के भाव होना चाहिए उसमें कमी भी आई है. कटारिया ने कहा कि हम सब मिलकर राजस्थान को और अच्छा बनाएं और कोशिश करें कि यहां गरीब और दुखी जो भी हैं, उन्हें भी आगे तरक्की के रास्ते पर ले जाने की कोशिश करें.
गुलाबचंद कटारिया के अनुसार राजस्थान की धरती असीम प्रकृतिक खजाने से भरी है क्योंकि यहां पेट्रोलियम खनिज भी है. यहां के आदमी भी बुद्धिमान हैं, संस्कृति भी अच्छी है, बस आदमी का गुण अच्छा हो और सब मिलकर राजस्थान को आगे बढ़ाने का काम करें यही ईश्वर से प्रार्थना है.
कटारिया ने सभी प्रदेशवासियों को राजस्थान दिवस की शुभकामनाएं भी दी. साथ ही यह भी कामना की कि आने वाला वर्ष राजस्थान की तरक्की के लिए खास हो. प्रदेश की जनता सुख-चैन और अमन के साथ रह सके.