जयपुर. वलभनगर उपचुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि इस सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच होगा. पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर के सवाल पर कटारिया ने कहा कि वसुंधरा राजे भिंडर को पार्टी में चाहती थीं, उनके सीएम रहते हुए भी भिंडर को टिकट नहीं मिला तो अब सवाल नहीं उठता.
जाहिर है कि वल्लभनगर सीट पर कांग्रेस, बीजेपी और भिंडर चुनावी मैदान में होंगे. इस पर कटारिया का कहना है कि मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होगा और भिंडर तीसरे स्थान पर रहेंगे. वल्लभनगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का एलान होना बाकी है. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि भिंडर भाजपा में जा सकते हैं. गुलाबचंद कटारिया ने पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर की भाजपा में घर वापसी की अटकलों पर विराम लगा दिया.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि यह सीट परंपरागत रूप से भाजपा की ही है. पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी को हजारों मतों से बढ़त मिली थी. कटारिया से जब पूछा गया कि उपचुनाव में रणधीर सिंह भिंडर निर्दलीय ही उतरेंगे और भाजपा में नहीं आएंगे तब कटारिया ने कहा भिंडर का भाजपा में आने का तो सवाल ही नहीं उठता.
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भिंडर हैं राजे के नजदीकी
आपको बता दें कि रणधीर सिंह भिंड है पूर्व में भाजपा के विधायक रह चुके हैं. वल्लभनगर क्षेत्र में उनका अच्छा प्रभाव है. कुछ महीने पहले भिंडर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके आवास पर जाकर मिले थे. इसके बाद सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि भिंडर की भाजपा में वापसी हो सकती है. हालांकि भिंडर और कटारिया की सियासी दुश्मनी किसी से छुपी हुई नहीं है. कटारिया वर्तमान में पार्टी में नेता प्रतिपक्ष के पद पर हैं और पार्टी में उनका प्रभाव भी है. ऐसे में उनका यह बयान काफी कुछ मायने रखता है.