जयपुर. प्रदेश में साल 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अभी से तेज हो गई है. नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल ही रहा था कि इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का एक और बड़ा बयान (Gulabchand Kataria on CM Gehlot) सामने आया है. कटारिया ने कहा है कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों के बाद यह निश्चित है कि कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ अपना पूरा मन मानस बना लिया है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया ने हाल ही में डूंगरपुर में हुए कांग्रेस के पटेल सम्मेलन (Patel Conference in Dungarpur) और पिछले दिनों आए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में दिए गए बयान के संदर्भ में यह बात कही है. कटारिया ने कहा कि जिस प्रकार की उठापटक की स्थिति कांग्रेस के भीतर अंदर ही अंदर चल रही है उसमें खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दबाव में नजर आते हैं. कटारिया ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस आलाकमान ने कोई न कोई निर्णय मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ ले लिया है, जिससे वे प्रेशर में हैं.
उन्होंने कहा कि हाल ही में डूंगरपुर में कराए गए पटेल सम्मेलन एक प्रेशर बिल्ड अप कराने का कार्यक्रम था क्योंकि डूंगरपुर गुजरात के पड़ोस में है और आने वाले दिनों में गुजरात में चुनाव होने हैं. ऐसे में यहां अशोक गहलोत ने अपनी ताकत दिखाई तो गुजरात में भी इसका प्रभाव दिखेगा और इसके जरिए वह अपने हाईकमान पर कुछ प्रेशर बना लेंगे. कटारिया ने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम साफ तौर पर दर्शाता है कि यह निश्चित हो चुका है कि कांग्रेस हाईकमान ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ अपना मन बना लिया है.
सीएम को लेकर ये कहा था धारीवाल ने- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाने वाले नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने पिछले दिनों प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चाओं को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा (Shanti Dhariwal on Ashok Gehlot) था कि राजस्थान में गहलोत ही सीएम रहेंगे और 2023 का चुनाव भी अशोक गहलोत के चेहरे पर ही होगा. धारीवाल ने यह भी कहा था कि हाईकमान से सब मिलते ही हैं. सबको साथ लेकर चलने की कोशिश भी की जाती है.