जयपुर. कर्नाटक में आखिर कांग्रेस जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई है. इसके बाद राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कर्नाटक में तो यह होना ही था, इसका लंबे समय से इंतजार था. स्पीकर जितने दिन तक सरकार को जिंदगी दे सकते थे उन्होंने देने का प्रयास किया, लेकिन अल्पमत अल्पमत ही होता है.
कटारिया ने कहा कि अब इसका असर मध्य प्रदेश तक जाने वाला है और घूमते घूमते कभी ना कभी राजस्थान में भी आएगा. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से राजस्थान में असंतोष बढ़ रहा है यह अब दिखने लगा है.नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि आज पूरे भाषण में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पूरी दुनिया का नाम ले लिया लेकिन मुख्यमंत्री का नाम उपमुख्यमंत्री के मुंह से एक बार भी नहीं निकला. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री गांव-गांव गली-गली उनको लोग पसंद करते हैं यह बात बोलते फिर रहे हैं.
कटारिया ने कहा कि दोनों के शब्दों से लग रहा है कि दोनों का मामला आपस में बैठ नहीं रहा है. एक कहता है कि मैं जनता का मुख्यमंत्री हूं मुझे जनता चाहती है तो दूसरा एक बार भी मुख्यमंत्री का नाम नहीं लेता है. वहीं उन्होंने राजस्थान के विधायकों से संपर्क की बात पर कहा कि हम किसी के संपर्क में नहीं है और ना किसी से संपर्क करेंगे. यह तो अपने ही कर्मों से गति को प्राप्त होंगे.
वहीं उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इसे लोकतंत्र की जीत बताया है और कहा है कि इसका असर अब अन्य जगह पर भी होगा. उधर कर्नाटक में सरकार गिरने के बाद कांग्रेस के मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि लोगों ने मोदी सरकार को महंगाई कम करने के लिए वोट दिए थे हिंदुस्तान की जनता का मान सम्मान बढ़ाने के लिए वोट दिए थे जबकि उन्होंने पेट्रोल की कीमतें बढ़ाई और हिंदुस्तान की जनता के सपने शुरुआत में ही तोड़ दिए.
खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी ने वह करके दिखा दिया जो पैसे के दम पर होना चाहिए था. बीजेपी का एक ही एजेंडा है कि जहां भी उनकी सरकार नहीं है या कांग्रेस की सरकारें हैं उन्हें गिरा देना. उन्होंने कहा कि आज यह कर्नाटक में कामयाब हो गए हैं लेकिन इसका नुकसान कर्नाटक और पूरे देश को उठाना पड़ेगा. वहीं जब उनसे पूछा गया कि राजस्थान में इस तरीके की भाजपा अगर कोशिश करता है तो उस पर खाचरियावास ने कहा कि हर जगह भाजपा की नहीं चलती है