जयपुर. पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस के राज्य स्तरीय धरना-प्रदर्शन को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने फ्लॉप शो करार दिया (Gulab Chand Kataria terms Congress protest as flop show) है. कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री का नाम लेकर धरने में भीड़ जुटाने की कोशिश की गई, लेकिन जब सचिन पायलट धरने में पहुंचे, तो सीएम धरने में नहीं आए. कटारिया ने कहा खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के कॉल के बाद भी मंत्री महंगाई पर भाषण देने से बचते रहे. ऐसे में कांग्रेस खुद ही तय कर ले, यह आंदोलन सफल है या असफल.
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कटारिया ने कहा कि मीडिया में पिछले कुछ दिनों से यह प्रचारित हो रहा था कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के धरने में शामिल होंगे, लेकिन जब धरने में सचिन पायलट आ गए, तो वह नहीं आए. कटारिया ने कहा मुझे लगता है कि गहलोत और पायलट के बीच अब भी 36 का आंकड़ा है. कटारिया ने कहा कि इस धरने का दूसरा दुर्भाग्य यह रहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के बार-बार कॉल करने के बाद भी यहां मौजूद मंत्री महंगाई पर भाषण देने से बचते रहे और मना करते रहे. मतलब इस आंदोलन की हवा तो कांग्रेस संगठन और उसके नेताओं की एक्टिविटी ने ही निकाल दी. कटारिया ने कहा विरोध-प्रदर्शन तो राज्यस्तरीय था, लेकिन यह धरना महज एक टेंट तक ही सिमट कर रह गया. आंदोलन की सफलता और असफलता का मापदंड खुद कांग्रेस तय कर ले, क्योंकि आंदोलन के नाम पर यह केवल कांग्रेस का एक टोटका ही था.
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राजस्थान में वेट की दर कम कर जनता को पहले दे राहत: कटारिया ने कहा कि कांग्रेस के लोग महंगाई के नाम पर इस प्रकार का धरना-प्रदर्शन का टोटका तो कर रहे हैं, लेकिन यदि वास्तव में प्रदेश की जनता को राहत देना चाहते हैं, तो सरकार कम से कम राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की दरों पर वैट की दरें कम करे. कटारिया ने कहा और कुछ नहीं तो सीमावर्ती राज्यों के अनुसार ही वेट की दर कम कर जनता को गहलोत सरकार राहत दे. कटारिया के अनुसार पेट्रोल-डीजल की दरों में बढ़ोतरी से जनता परेशान है. इस बात को हम स्वीकार करते हैं, लेकिन हाल ही में लोकसभा में केंद्रीय मंत्री ने जो जवाब दिया है, उसमें विश्व के अन्य देशों की तुलना में भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों में केवल 5 फीसदी का ही इजाफा हुआ है, जबकि अमेरिका में यह इजाफा 51 फीसदी का है.
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दिल्ली में सत्ता में थे तब कांग्रेस को महंगाई नहीं लगी: कटारिया ने कहा कि देश में सर्वाधिक राज कांग्रेस ने किया, लेकिन जब कांग्रेस दिल्ली में सत्ता में थी, तब उन्हें महंगाई नजर नहीं आई और विपक्ष में रहते हैं तो महंगाई का राग अलापते हैं. कटारिया ने कहा मैं कहता हूं कि बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमत से जनता परेशान है, लेकिन जब यह लोग सत्ता में रहते हैं, तो इन्हें भी यही बात कहना चाहिए और उसका समाधान का प्रयास करना चाहिए. वहीं रसोई गैस पर सब्सिडी से जुड़े सवाल पर कटारिया ने कहा कि सब्सिडी खत्म होना चाहिए, लेकिन आम जनता को राहत किस प्रकार से मिले, उस पर भी विचार करना चाहिए.