जयपुर. प्रदेश में ग्रेटर नगर निगम की कार्यकारिणी समिति की बैठक आयुक्त की तबीयत खराब होने की वजह से स्थगित कर दी गई थी. अब ये बैठक सोमवार को दोबारा आयोजित की जाएगी. बैठक में वहीं प्रस्ताव होंगे जिसपर पहले हंगामा हुआ था. ऐसे में एक बार फिर कार्यकारिणी समिति बैठक हंगामेदार रहने के आसार हैं.
ग्रेटर नगर निगम की पहली एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह देव समिति अध्यक्षों के निशाने पर रहे. आयुक्त को घेरने की कोशिश में लगातार सवालों की बौछार होती रही. बैठक में विकास कार्य, रोड लाइट, ठेकेदारों के भुगतान संबंधी प्रस्ताव रखे गए थे.
इस दौरान आयुक्त की तबीयत खराब होने की वजह से ये चर्चा बीच में ही रोक दी गई और प्रस्तावों पर किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया. ऐसे में अब एक बार फिर सोमवार को लाल कोठी स्थित निगम मुख्यालय पर उन्हीं प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. इस संबंध में महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने बताया कि एग्जीक्यूटिव कमेटी की मीटिंग सोमवार को सुबह 11:30 बजे तय की गई है.
साथ ही जयपुर शहर के सर्वांगीण विकास, नए निर्माण कार्य के लिए ईसी की मीटिंग रखी गई है. ताकि शहर में सड़कें, सीवर, नाली की सफाई जैसे कार्य शुरू हो सके. हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश में जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए बैठक स्थगित भी की जा सकती है.
बता दें कि पिछली बैठक में ठेकेदारों की हड़ताल को लेकर सभी चेयरमैन ने आयुक्त पर सवाल खड़े किए थे कि उन्होंने अपनी तरफ से ठेकेदारों की हड़ताल तुड़वाने के लिए क्या प्रयास किए हैं. आयुक्त ने ये भी आश्वस्त किया था कि 15 अप्रैल तक ठेकेदारों को भुगतान कर हड़ताल खत्म करवा दी जाएगी. लेकिन अभी तक ठेकेदारों की हड़ताल नहीं टूट पाई है. इसके साथ ही प्रत्येक वार्ड में जो 200 रोड लाइट उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया गया था, वो कार्य भी अधूरा ही है.