जयपुर. राजस्थान में पहले हेमाराम का इस्तीफा और फिर विधायक वेद सोलंकी का राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर बयान के बाद बढ़ी हुई राजनीतिक हलचल पर शुक्रवार एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी होने से हलचल तेज हो गई. इस मामले में राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने हेमाराम और वेद सोलंकी दोनों को ही खरी-खरी सुना दी है.
जहां हेमाराम को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अगर हेमाराम ने सालों तक पार्टी की सेवा की है, तो पार्टी ने भी इसके बदले में उन्हें बड़े-बड़े पदों से नवाजा है. इसके साथ ही उन्होंने वेद सोलंकी के राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी उठाए गए सवालों पर अपनी बात कही है.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता की आशा और इच्छा के अनुरूप होने वाले काम सरकार में होनी चाहिए, यह सुनिश्चित करने का काम हमारा है, लेकिन पार्टी का कोई कार्य करता हो या फिर कोई जनप्रतिनिधि हो, उसको भी अपनी पार्टी की मान मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए. डोटासरा ने कहा कि हम सब लोगों को मिलकर ढाई साल जनता की सेवा करनी है, ताकि कांग्रेस की सरकार को फिर से प्रदेश में रिपीट की जाए.