जयपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी बाउंड्री वॉल पर नाथी का बाड़ा लिखने वालों को खरी खोटी सुनाई है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि ये गोडसे समर्थक हैं. डोटासरा ने सतीश पूनिया की यूपी में ली प्रतिज्ञा को नाथी का बाड़ा मामले से जोड़ा है.
पूनिया ने यूपी चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि राजस्थान में जब तक भाजपा सरकार नहीं बनेगी तब तक वो शाम को खाना नहीं खाएंगे, साफा नहीं पहनेंगे और माला नहीं पहनेंगे. इसी बात को आधार बनाकर डोटासरा ने जुबानी हमला बोला है. डोटासरा ने कहा कि अगर मेरे घर के बाहर ऐसी हरकतें करने वाले, नाथूराम गोडसे की विचारधारा के लोग अगर सतीश पूनिया की फ़ौज में हैं तो फिर ऐसे में सतीश पूनिया को आजीवन भूखा रहना पड़ेगा. पहले सीकर और फिर जयपुर में गोविंद डोटासरा के निवास पर जब "नाथी का बाड़ा" (Nathi Ka bada issue) लिखा गया, तो 2 दिन बाद आखिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को ही अपनी बात रखनी पड़ी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कल और परसों रात की घटना ही गांधी की विचारधारा और गोडसे की विचारधारा में अंतर बताती है. जहां हम एक और उन युवाओं को माफ करने की बात कर रहे हैं जो गांधी की विचारधारा है और दूसरी ओर गलती करके झूठ बोलना और यह कहना कि यह गलत काम मैंने किया है और मैं इसे सही मानता हूं यह गोडसे की विचारधारा है.
हिंदू और हिंदुत्व में भी यही अंतर (Dotasra on Hindu and Hindutva) है, नफरत फैलाने का काम हिंदुत्ववादी करते हैं, जो गलत काम करते हैं. असत्य बोलते हैं गलत काम करके अपना सीना चौड़ा करके कहते हैं कि हमने यह किया है जैसे कोई आतंकवादी संगठन जिम्मेदारी लेता है, वैसे जिम्मेदारी ले रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि भाजपा के किसी नेता ने इन हरकतों को गलत नहीं बताया है. डोटासरा ने कहा कि सरकार की गुड गवर्नेंस को लेकर ऐसा कोई मुद्दा नहीं है जिससे वह सरकार को घेर सकें इसलिए वह इस तरीके की ओछी हरकतें कर रहे हैं.