जयपुर. राजस्थान विधानसभा आज तीन बार स्थगित होने के बाद जब शुरू हुई तो राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद की शुरुआत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने की. लेकिन जैसे ही डोटासरा बोलने लगे विधानसभा में भाजपा विधायकों ने जमकर नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया.
हंगामा इतना ज्यादा था कि डोटासरा ने भाजपा नेताओं पर जुबानी हमला कर राज्यपाल के अभिभाषण पर अपना जवाब स्पीकर सीपी जोशी को टेबल कर दिया. जैसे ही डोटासरा बोलने लगे तो रामलाल शर्मा और मदन दिलावर, उनके सामने बैनर लेकर पहुंच गए. इसके बाद स्पीकर ने मदन दिलावर का नाम लेते हुए कहा कि अपनी बात अपनी जगह पर रखें. सत्ता पक्ष की गैलरी में ना जाएं. इतना होते ही सत्ताधारी दल के विधायक भी खड़े हो गए और वह भी बोलने लगे.
हालांकि, स्पीकर के कहने पर सत्ता पक्ष के विधायक वापस बैठ गए, लेकिन भाजपा विधायक लगातार हंगामा करते रहे. हंगामे के बीच डोटासरा (Dotasra targets BJP MLAs) ने कहा कि भाजपा ने 5 साल में आम जनता के साथ अन्याय किया और अब 3 साल में यह लोग प्रतिपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाए. डोटासरा ने कहा कि भाजपा के नेता 3 साल आपस में लड़ते रहे और आज भी राजस्थान में जनता की आवाज नहीं बनने की जगह आपस की लड़ाई-झगड़े और आपसी गुटबाजी में बंटी हुई है.
डोटासरा ने कहा कि जो हालात राजस्थान विधानसभा में ना पक्ष लॉबी में हुई और इनके आपस में कुर्सियां चलीं और धक्का-मुक्की हुई थी. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग राजस्थान का भला चाहने वाले नहीं हैं. डोटासरा ने कहा कि विधानसभा न हमारी जागीर है और न ही बीजेपी की, बल्कि यह 8 करोड़ लोगों की है, जिनकी समस्या लेकर हम विधानसभा में आते हैं. ऐसे हंगामा करने से उस जनता की समस्या का निदान कैसे हो सकता है.
डोटासरा ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करने वाले और लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले केंद्र के लोग हैं. आज जो भाजपा के विधायक कर रहे हैं, ईश्वर इनको सद्बुद्धि दें, लाखों बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का श्रेय अगर किसी को जाता है, तो वह भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं. ये निकम्मे हैं, निकृष्ट हैं. इन्हें किसी से कोई लेना-देना नहीं है. हंगामा करने वाले भाजपा विधायकों को अमित शाह, मोदी और जेपी नड्डा ने यह कहा कि 3 साल में आपने प्रतिपक्ष की भूमिका नहीं निभाई. 25 सांसद कुछ कर नहीं पाए. यही कारण है कि भाजपा विधानसभा में बेबुनियाद आरोप लगा हंगामा कर रही है. इतना कहकर डोटासरा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर अपना लिखित वक्तव्य स्पीकर को दे दिया.