जयपुर. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुड़ामालानी से विधायक हेमाराम चौधरी ने मंगलवार को अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. विधानसभा ने इस्तीफा मिलने की पुष्टि कर दी है. लेकिन जबसे यह खबर सामने आई है राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर जारी है. क्योंकि हेमाराम चौधरी सचिन पायलट के खासमखास हैं और ऐसे में अचानक उनके इस्तीफा देने से सियासी हलचल बढ़ गई है.
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हेमाराम जी हमारी पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानीय नेता हैं। उनके विधायक पद से इस्तीफ़े की जानकारी के बाद मेरी उनसे बात हुई है। यह पारिवारिक मामला है, जल्द ही मिल बैठकर सुलझा लिया जाएगा।@Hemaram_INC
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— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) May 18, 2021हेमाराम जी हमारी पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानीय नेता हैं। उनके विधायक पद से इस्तीफ़े की जानकारी के बाद मेरी उनसे बात हुई है। यह पारिवारिक मामला है, जल्द ही मिल बैठकर सुलझा लिया जाएगा।@Hemaram_INC
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) May 18, 2021
प्रदेश के राजनेताओं की लगातार इस पर प्रतिक्रिया आ रही है. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया. ट्वीट में लिखा कि हेमाराम जी हमारी पार्टी के वरिष्ठ और सम्माननीय नेता हैं. उनके विधायक पद के इस्तीफे की जानकारी के बाद मेरी उनसे बात हुई. यह पारिवारिक मामला है. जल्द ही मिल बैठकर सुलझा लिया जाएगा.
हेमाराम को मनाने का टास्क डोटासरा के पास
हेमाराम चौधरी की नाराजगी से हर कोई वाकिफ है. उन्होंने कई बार अपनी शिकायत विधानसभा में और मीडिया में रखी है कि उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है. उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है. इसी को आधार बनाते हुए उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है. हेमाराम चौधरी किसान वर्ग के साथ-साथ राजस्थान के बड़े जाट नेता भी हैं. ऐसे में उनके इस्तीफे का गलत मैसेज ना जाये उसके डैमेज कंट्रोल के लिए डोटासरा हेमाराम को समझाने का प्रयास कर रहे हैं. ताकि इस मजबूत वोट बैंक का नुकसान पार्टी को नहीं उठाना पड़े.