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दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर बोले डोटासरा, 'युवा पाश्चात्य संस्कृति ना अपना कर महापुरुषों का साहित्य पढ़ें' - दुष्कर्म की बढ़ती घटना

देश में इन दिनों दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में इन घटनाओं को देखते हुए राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि युवा पाश्चात्य संस्कृति ना अपना कर महापुरुषों का साहित्य पढ़ें.

दुष्कर्म की बढ़ती घटना, Increasing incidence of rape
दुष्कर्म पर बोले गोविंद सिंह डोटासरा
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Published : Oct 7, 2020, 2:13 PM IST

जयपुर. देश में इन दिनों दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर फिर से चर्चा छिड़ी हुई है कि इसके पीछे कारण क्या है. एक चर्चा यह भी है कि क्या पाश्चात्य संस्कृति इसके लिए जिम्मेदार है या इंटरनेट का दुरुपयोग. राजस्थान के डीजीपी ने दो दिन पहले कहा था कि इंटरनेट का गलत प्रयोग इन घटनाओं के पीछे है.

दुष्कर्म पर बोले गोविंद सिंह डोटासरा

ऐसे में अब इस पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी युवाओं से पाश्चात्य संस्कृति ना अपनाकर महापुरुषों का साहित्य पढ़ने की बात कही है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर जब आदमी के पास लिटरेचर बढ़ जाता है, तो उसके पास ज्ञान लेने की क्षमता भी बढ़ जाती है, लेकिन वह किस तरीके का ज्ञान उस लिटरेचर में से लेता है. यह उसको समझना चाहिए.

यह भी पढ़ें. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का राज्य में चरणबद्ध तरीके से होगा क्रियान्वयन : राज्यपाल

उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने इसी कारण से महात्मा गांधी की जयंती 2 साल मनाने का निर्णय लिया और प्रदेश में हर जगह गांधी के साहित्य को बांटा गया. जिससे गांधी की सोच आगे बढ़े. इसके पीछे सरकार और सरकार के मुखिया की एक ही सोच है कि आने वाली पीढ़ियां महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा ले और उनके साथ आगे बढ़े ना कि पाश्चात्य संस्कृति को अपनाएं.

जयपुर. देश में इन दिनों दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को लेकर फिर से चर्चा छिड़ी हुई है कि इसके पीछे कारण क्या है. एक चर्चा यह भी है कि क्या पाश्चात्य संस्कृति इसके लिए जिम्मेदार है या इंटरनेट का दुरुपयोग. राजस्थान के डीजीपी ने दो दिन पहले कहा था कि इंटरनेट का गलत प्रयोग इन घटनाओं के पीछे है.

दुष्कर्म पर बोले गोविंद सिंह डोटासरा

ऐसे में अब इस पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी युवाओं से पाश्चात्य संस्कृति ना अपनाकर महापुरुषों का साहित्य पढ़ने की बात कही है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर जब आदमी के पास लिटरेचर बढ़ जाता है, तो उसके पास ज्ञान लेने की क्षमता भी बढ़ जाती है, लेकिन वह किस तरीके का ज्ञान उस लिटरेचर में से लेता है. यह उसको समझना चाहिए.

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उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने इसी कारण से महात्मा गांधी की जयंती 2 साल मनाने का निर्णय लिया और प्रदेश में हर जगह गांधी के साहित्य को बांटा गया. जिससे गांधी की सोच आगे बढ़े. इसके पीछे सरकार और सरकार के मुखिया की एक ही सोच है कि आने वाली पीढ़ियां महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा ले और उनके साथ आगे बढ़े ना कि पाश्चात्य संस्कृति को अपनाएं.

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