जयपुर/बीकानेर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य के विश्वविद्यालयों से शिक्षा की क्षेत्रीय आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की श्रेष्ठ संस्थाओं के साथ समन्वय और सहभागिता करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक और शोध कार्यों के साथ ही खेलकूद के उच्चतम मानदण्डों को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं को विकसित करना चाहिए.
राज्यपाल मिश्र महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के दीक्षांत समारोह के अवसर पर रविवार को यहां राजभवन से ऑनलाइन सम्बोधित कर (Governor speech in MGSU 6th convocation) रहे थे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को अपने परिसर हरित और प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में भी तेजी से कार्य करना चाहिए. इसके साथ ही विश्वविद्यालयों में ग्रीन सोलर कॉरिडोर की क्षमता बढ़ाते हुए विद्युत क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी बढ़ना होगा. उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में क्षेत्रीय इतिहास, सभ्यता, संस्कृति का एक म्यूजियम स्थापित करने का सुझाव भी दिया.
राज्यपाल मिश्र ने शिक्षा में लोकतंत्रीकरण पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों में प्रदान की जाने वाली शिक्षा का प्रसार सुदूर क्षेत्रों तक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शिक्षण की गुणवत्ता में वृद्धि के साथ ही ऐसे अनुसंधान पर जोर देना होगा जिसमें स्थानीय ज्ञान, संसाधनों का अधिकाधिक उपयोग कर विद्यार्थियों के जीवन को नई दिशा दी जा सके. दीक्षांत समारोह में वर्ष 2019 की स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की उपाधियां और सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए.
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि महिला शिक्षा को बढ़ावा देकर ही वास्तविक रुप से समाज का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है. लड़कियों को शिक्षा के बेहतर अवसर मिलें तो वे भी आसमान छू सकती हैं. राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा में आधुनिकीकरण जरुरी है, जिससे विद्यार्थी दुनिया के साथ आगे बढ़ सके. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए. शिक्षा ऐसी हो जिसका उपयोग मानवता के कल्याण के लिए किया जाए और विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास भी हो. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा अनुसंधान कार्यों पर जोर देने का आह्वान किया. साथ ही स्थानीय ज्ञान और परंपराओं को आगे बढ़ाने की आवश्यकता जताई.
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कुलपति ने कहा कि 'वोकल फॉर लोकल' को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय ने स्टार्टअप एवं इनोवेशन पॉलिसी लागू की है. इसके क्रियान्वयन से स्थानीय जरूरतों को पूरा करने के लिए अन्वेषण पश्चात स्टार्टअप की स्थापना हो सकेगी. उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों एवं संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए और आगामी शैक्षणिक यात्रा को योजनाबद्ध करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय द्वारा विजन-2030 तैयार किया जा रहा है. इसके तहत विश्वविद्यालय में स्टूडेंट सपोर्ट सिस्टम विकसित कर विद्यार्थी हित को प्राथमिकता प्रदान करना, स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स की स्थापना करना, विद्यार्थियों एवं जनमानस की सुविधा के लिए हैल्पलाइन एप विकसित करना जैसे कार्यक्रम शामिल हैं.
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चूरू की गुंजन को कुलाधिपति पदक
राजकीय लोहिया महाविद्यालय, चूरू की छात्रा गुंजन तोदी को कुलाधिपति पदक, श्री जैन कन्या पी.जी. महाविद्यालय, बीकानेर की छात्रा मोनारानी मुंजाल को कुलपति पदक, स्नातक वाणिज्य में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाली बिनानी कन्या महाविद्यालय, बीकानेर की छात्रा साक्षी पुरी को आई.सी.एस.आई. अवार्ड प्रदान किया गया. साथ ही परीक्षा 2019 में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाले 56 अभ्यर्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया गए. दीक्षान्त समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित स्मारिका दीक्षा का विमोचन भी किया गया.
दीक्षांत समारोह के दौरान वर्ष 2019 की परीक्षाओं के 1.05 लाख विद्यार्थियों को उपाधियां तथा 6 संकायों के 55 शोधार्थियों को विद्या वाचस्पति (पीएच.डी.) की उपाधियां प्रदान की गई. राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित स्मारिका दीक्षा का लोकार्पण किया. इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, नेल्सन इंस्टीट्यूट ऑफ एन्वायरमेन्टल स्टडीज, यूनिवर्सिटी ऑफ विंस्कॉन्सिन, मेडिसन (यू.एस.ए.) के डायरेक्टर प्रो. पॉल रोबिन्स, राज्यपाल के प्रमुख सचिव सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल, विश्वविद्यालय कार्य परिषद और विद्या परिषद के सदस्यगण, शिक्षकगण और विद्यार्थीगण प्रत्यक्ष एवं ऑनलाइन उपस्थित रहे.