जयपुर. राज्य सरकार ऐसे मरीजों के लिए जिला मुख्यालय पर पोस्ट कोविड क्लीनिक और आईसीयू वार्ड खोलने की तैयारी कर रही है, जो कोविड-19 संक्रमण से तो रिकवर हो चुके हैं, लेकिन कोविड-19 के कारण किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गए हैं. इन पोस्ट कोविड क्लीनिक को खोले जाने को लेकर सरकार की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं.
चिकित्सा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोविड-19 से रिकवर हो चुके मरीजों के लिए सरकार की ओर से प्रदेश के हर जिले में पोस्ट कोविड क्लीनिक और पोस्ट कोविड आईसीयू वार्ड खोलने की तैयारी सरकार कर रही है. ऐसा देखने को मिला है कि प्रदेश में कोविड-19 रिकवरी रेट करीब 87 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है, लेकिन इनमें से कुछ मरीज ऐसे हैं, जो कोविड-19 से तो रिकवर हो जाते हैं. लेकिन रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस, मेंटल ट्रॉमा स्ट्रेस, कार्डिक किडनी डायबिटीज गंभीर बीमारियों से घिर जाते हैं. ऐसे में इस तरह के मरीजों के इलाज को लेकर राज्य सरकार की ओर से अलग से क्लीनिक और वार्ड खोले जाने की घोषणा की गई है.
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कैसे करेगा काम
प्रत्येक जिले के कोविड हॉस्पिटल से अलग-अलग से ओपीडी का संचालन पोस्ट कोविड मरीजों के लिए किया जाएगा और यह ओपीडी सुबह 9:00 बजे से 7:00 बजे तक संचालित रहेगी. इस ओपीडी के अंदर एक एमडी मेडिसिन चिकित्सक एक आयुष चिकित्सक और योगा के माध्यम से चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अलावा कोरोना रिकवर्ड मरीज की जांच के लिए अलग से व्यवस्था अस्पताल में की जाएगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर (181) के माध्यम से भी काउंसलिंग की प्रक्रिया की जाएगी और रिकवर्ड पेशेंट स्ट्रेस और ट्रीटमेंट को लेकर इस कॉल सेंटर पर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.