जयपुर. बाड़मेर में पुलिस थाने में हुई दलित युवक की मौत के मामले में सियासत गरमा गई है. शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में इस मामले में हंगामे की संभावना है. वहीं सदन में सरकार भी इस मामले में अपना जवाब रखेगी. उससे पहले भाजपा और आरएलपी विधायकों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
RLP विधायक नारायण बेनीवाल ने इस मामले में बाड़मेर पुलिस अधीक्षक को बर्खास्त करने की मांग की है. बेनीवाल के मुताबिक बाड़मेर के पुलिस थाने में इस तरह की घटना पहले भी हो चुकी है, बावजूद इसके सरकार ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया है.
बेनीवाल ने बताया, कि यह मामला उन्होंने ही सदन में उठाकर सरकार का ध्यान आकर्षित किया था. बेनीवाल ने मांग की है कि अब सरकार सदन में बाड़मेर पुलिस अधीक्षक को बर्खास्त करने का फैसला भी सुनाए.
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भाजपा विधायक ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
वहीं भाजपा विधायक जोगेश्वर गर्ग और मदन दिलावर ने इस मामले में पुलिस और सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. गर्ग के अनुसार जितेंद्र खटीक 22 वर्ष का था और 26 फरवरी को उसे पुलिस ने चोरी के संदेह में हिरासत में लेकर थाने में ही रोक लिया.
गर्ग का कहना है, कि 27 फरवरी को सुबह जब जितेंद्र का भाई थाने में उससे मिलने गया, तब मृतक ने खुद के साथ हुई मारपीट की बात उससे कही थी और कुछ ही घंटों बाद उसकी मौत भी हो गई. गर्ग के अनुसार उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को इसकी सूचना दे दी थी और शुक्रवार को सदन में इस मामले को उठाकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जाएगी.
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प्रदेश में अपराधी बेखौफ हो गए हैंः मदन दिलावर
भाजपा विधायक मदन दिलावर के अनुसार प्रदेश में अपराधी बेखौफ हो गए हैं क्योंकि उन्हें प्रदेश सरकार का संरक्षण प्राप्त है. कांग्रेस विधायक अमीन खान ने भी इस मामले को गंभीर बताते हुए पीड़ित परिवार के साथ होने की बात कही है. खान के अनुसार जो घटनाक्रम हुआ वह कहीं ना कहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ी करता है.