जयपुर. प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए भाजपा ने प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन की मांग की है. साथ ही सड़क पर बेवजह घूम रहे लोगों को पकड़ कर क्वॉरेंटाइन किए जाने के फरमान पर भी सवाल उठाए हैं.
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भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि राजस्थान की सरकार इस कोरोना महामारी से निपटने के लिए एक के बाद एक फरमान जारी कर रही है और फरमान भी ऐसे है कि वो धरातल पर लागू होंगे या नहीं होंगे, यह भी एक प्रश्नवाचक चिन्ह है.
शर्मा ने कहा कि जिस तरीके से सरकार की ओर से एक फरमान जारी किया गया कि सड़कों पर घूमते हुए व्यक्तियो को क्वॉरेंटाइन कर दिया जाएगा. क्वॉरेंटाइन करने के समय क्या सरकार के पास इतनी व्यवस्था है कि आप रोजाना उनको भोजन खिला सके, उनको रखने की व्यवस्था कर सके और रात्रिकाल में सुरक्षा का जिम्मा किसके पास रहेगा.
प्रदेश में एक विस्फोटक स्थिति पैदा होगी
रामलाल शर्मा ने कहा कि जहां प्रदेश में कोरोना की जांच रिपोर्ट आने में 2-3 दिन लग जाते हैं, यदि क्वॉरेंटाइन किए हुए व्यक्तियों की संख्या 20 है और उन 20 में से एक व्यक्ति भी संक्रमित है तो एक संक्रमित व्यक्ति शेष 19 व्यक्तियों को संक्रमित करने का काम करेगा. इससे प्रदेश में एक विस्फोटक स्थिति पैदा होगी.
प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन लगना चाहिए
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार एक तरफ तो सोशल डिस्टेंसिंग की बात करती है और दूसरी ओर सड़कों पर घूमने वाले व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन कर इकट्ठा करने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिए जाने पर प्राथमिकता रखें. साथ ही उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि प्रदेश के अंदर संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जाए, तभी इस कोरोना की चेन को तोड़ पाएंगे.
हमारे पास संसाधन कम पड़ चुके हैं
शर्मा ने कहा कि वर्तमान में हमारे पास संसाधन कम पड़ चुके हैं और आने वाले समय में कोरोना से लोगों की स्थितियां ओर भयानक हो जाएगी. इसलिए मैं चाहूंगा कि सरकार अभी भी समय रहते हुए सख्त कड़ाई से लॉकडाउन की घोषणा करें ताकि कोरोना कि इस चेन को तोड़ा जा सके और हम इस कोरोना से जीत सके.