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जयपुर: सरकार के आदेशों की उड़ रही धज्जियां, कोरोना जांच के नाम पर हो रही वसूली

जयपुर में कुछ निजी अस्पतालों की ओर से सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिसमें कुछ दिन पहले सरकार ने कोविड-19 की जांच की नई दरें तय की थी. बावजूद इसके अभी भी कुछ निजी अस्पताल मनमाने दाम मरीजों से वसूल रहे हैं.

जयपुर न्यूज, राजस्थान न्यूज, jaipur news, rajasthan news
सरकार के आदेशों की उड़ रही धज्जियां
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Published : Sep 18, 2020, 7:06 PM IST

जयपुर. राजधानी में कुछ निजी अस्पताल सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. दरअसल कुछ दिन पहले सरकार ने कोविड-19 की जांच की नई दरें तय की थी. इसके बावजूद अभी भी कुछ निजी अस्पताल मनमाने तरीके से कोविड-19 जांच के दाम मरीजों से वसूल रहे हैं. मामला दरअसल जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल और जेएनयू अस्पताल से जुड़ा हुआ है.

सरकार के आदेशों की उड़ रही धज्जियां

जहां अभी भी मरीजों से कोविड-19 की जांच के मनमाने दाम वसूल किए जा रहे हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले सरकार ने कोविड-19 की जांच की दरें 2 हजार 200 रुपये से घटाकर 1 हजार 200 रुपये कर दी थी. इसके बाद भी इन दोनों अस्पतालों से शिकायतें सामने आ रही हैं और अभी भी मरीजों से उतने ही रुपये कोविड-19 जांच के वसूले जा रहे हैं. इन मनमाने दाम वसूली के बावजूद सरकार इन अस्पतालों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

नेगेटिव और पॉजिटिव का खेल..

जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल से एक ऐसा मामला सामने आया है. जहां पहले मरीज की कोविड-19 जांच नेगेटिव आई थी और बाद में अस्पताल की ओर से उसे पॉजिटिव बता दिया गया. जब 67 वर्षीय मरीज को पैरालाइसिस अटैक आया तो मरीज के परिजनों ने गणगौरी अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां सीटी एमआरआई स्कैन मशीन नहीं होने के चलते SMS अस्पताल में रेफर कर दिया गया.

पढ़ें: हनुमानगढ़ में जिला परिवहन अधिकारी चढ़ा एसीबी के हत्थे, 5 हजार की घूस लेते गिरफ्तार

जिसके बाद SMS अस्पताल में मरीज के परिजनों ने उन्हें संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल में एडमिट करवाया. ऐसे में कोरोना का हवाला देते हुए दुर्लभजी अस्पताल ने कोरोना की जांच की बात कही और 1200 रुपए के बजाय 2200 रुपए परिजनों से वसूल किए और मरीज को कोविड पॉजिटिव बता दिया लेकिन इसके बाद मरीज के परिजन उन्हें आर यू एच एस अस्पताल लेकर गए और वहां जब मरीज की जांच की गई तो वह नेगेटिव पाया गया. ऐसे में कोरोना महामारी के बीच मनमाने तरीके से दाम वसूलने के अन्य कई मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं.

जयपुर. राजधानी में कुछ निजी अस्पताल सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. दरअसल कुछ दिन पहले सरकार ने कोविड-19 की जांच की नई दरें तय की थी. इसके बावजूद अभी भी कुछ निजी अस्पताल मनमाने तरीके से कोविड-19 जांच के दाम मरीजों से वसूल रहे हैं. मामला दरअसल जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल और जेएनयू अस्पताल से जुड़ा हुआ है.

सरकार के आदेशों की उड़ रही धज्जियां

जहां अभी भी मरीजों से कोविड-19 की जांच के मनमाने दाम वसूल किए जा रहे हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले सरकार ने कोविड-19 की जांच की दरें 2 हजार 200 रुपये से घटाकर 1 हजार 200 रुपये कर दी थी. इसके बाद भी इन दोनों अस्पतालों से शिकायतें सामने आ रही हैं और अभी भी मरीजों से उतने ही रुपये कोविड-19 जांच के वसूले जा रहे हैं. इन मनमाने दाम वसूली के बावजूद सरकार इन अस्पतालों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.

नेगेटिव और पॉजिटिव का खेल..

जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल से एक ऐसा मामला सामने आया है. जहां पहले मरीज की कोविड-19 जांच नेगेटिव आई थी और बाद में अस्पताल की ओर से उसे पॉजिटिव बता दिया गया. जब 67 वर्षीय मरीज को पैरालाइसिस अटैक आया तो मरीज के परिजनों ने गणगौरी अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां सीटी एमआरआई स्कैन मशीन नहीं होने के चलते SMS अस्पताल में रेफर कर दिया गया.

पढ़ें: हनुमानगढ़ में जिला परिवहन अधिकारी चढ़ा एसीबी के हत्थे, 5 हजार की घूस लेते गिरफ्तार

जिसके बाद SMS अस्पताल में मरीज के परिजनों ने उन्हें संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल में एडमिट करवाया. ऐसे में कोरोना का हवाला देते हुए दुर्लभजी अस्पताल ने कोरोना की जांच की बात कही और 1200 रुपए के बजाय 2200 रुपए परिजनों से वसूल किए और मरीज को कोविड पॉजिटिव बता दिया लेकिन इसके बाद मरीज के परिजन उन्हें आर यू एच एस अस्पताल लेकर गए और वहां जब मरीज की जांच की गई तो वह नेगेटिव पाया गया. ऐसे में कोरोना महामारी के बीच मनमाने तरीके से दाम वसूलने के अन्य कई मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं.

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