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लॉकडाउन की वजह से सरकारी कार्यालय का कामकाज ठप, बीते 2 महीने में नहीं बने 72 हजार लाइसेंस - नहीं बन रहे लाइसेंस

पूरे देश में सोमवार से लॉकडाउन 4.0 शुरू हो गया है. ऐसे में सरकार ने इस लॉकडाउन में कुछ छूट भी दी है. राजधानी में लॉकडाउन बढ़ने से सरकारी कार्यालयों का सारा काम ठप पड़ा हुआ.

लॉकडाउन 4.0 शुरु, Lockdown 4.0 start
सरकारी कार्यालय का कामकाज ठप
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Published : May 18, 2020, 5:39 PM IST

जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है. ऐसे में सोमवार से लॉकडाउन 4.0 चालू हो गया है. लेकिन, लॉकडाउन की अवधि बार-बार बढ़ने से जनता से जुड़े काम भी बंद होने का बोझ सरकारी दफ्तरों पर लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में लॉकडाउन खुलने के बाद एकदम से सरकारी कामकाज को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए सरकारी कर्मचारियों के सामने एक बड़ी चुनौती भी खड़ी हो सकती है.

सरकारी कार्यालयों में परिवहन विभाग की बात करें तो, विभाग ने बीते 2 माह से लाइसेंस बनाने का काम बंद किया हुआ है. जिससे जयपुर में करीब 72 हजार से अधिक लाइसेंस नहीं बन सके. अब विभाग इन लाइसेंस को बनाने के लिए नई रूपरेखा तैयार करने में जुट गया है.

पढ़ेंः 'देसी फ्रिज' पर लगा कोरोना का ग्रहण, मिट्टी के बर्तनों का कारोबार ठप

जयपुर रीजन में सात आरटीओ कार्यालय आते हैं. जिनमें करीब 1300 लाइसेंस रोज बनाए जाते हैं. ऐसे में अब लॉकडाउन खुलने के बाद सरकारी कार्यालय में एकदम से कामकाज का बोझ बढ़ जाएगा. जिससे सरकारी कर्मचारियों को भी परेशानी होगी. इसी बीच अब सरकारी कार्यालयों में कामकाज को लेकर रूपरेखा बनना भी तैयार हो गई है. जिससे सरकारी कर्मचारियों पर लॉकडाउन खुलने के बाद कामकाज का ज्यादा बोझ नहीं पड़े.

लाइसेंस बनवाने के नए आवेदकों को करना होगा इंतजार

बता दें कि लॉकडाउन से पहले जिन लोगों को अपना लर्निंग और परमानेंट लाइसेंस बनाने के लिए डेट मिली थी, तो वहीं अब उनकी डेट को आगे भी शिफ्ट कराया जा रहा है. ऐसे में अब आमजन के मोबाइल पर मैसेज भेज कर उनको नई डेट के बारे में भी बताया जा रहा है, लेकिन अभी प्रदेश भर में लॉकडाउन जारी है. जिसके चलते विभाग के सामने एक परेशानी यह भी आ रही है कि वह किस महीने की डेट लाइसेंस बनवाने वाले आवेदकों को दें.

ऐसे में अब जो भी आवेदक लॉकडाउन खुलने के बाद आवेदन करेगा, उसको आने वाले दिनों में 2 से 3 महीने का इंतजार भी करना पड़ सकता है, क्योंकि विभाग पहले जिन लोगों को डेट दी गई है. उन लोगों के लाइसेंस बनाएगा. उसके बाद ही परिवहन विभाग लाइसेंस के आवेदकों के लाइसेंस बनाएगा.

पढ़ेंः सीकरः बर्बादी के कगार पर रेडीमेड कपड़ा व्यापार, शादियों और ईद का सीजन निकला

जयपुर के चार रीजनल ऑफिस का हाल

  • जयपुर जिले के शाहपुरा डीटीओ कार्यालय की बात करें तो, शाहपुरा में रोजाना 25 लर्निंग लाइसेंस, 20 परमानेंट लाइसेंस ऑफ 25 डुप्लीकेट लाइसेंस बनाए जाते हैं.
  • दूदू डीटीओ कार्यालय की बात की जाए तो, दूदू ऑफिस में 30 लर्निंग लाइसेंस, 20 परमानेंट और 20 डुप्लीकेट और रिन्यूअल रोजाना किए जाते हैं.
  • चोमू डीटीओ ऑफिस की बात की जाए तो, दूदू डीटीओ ऑफिस में भी 30 लर्निंग लाइसेंस, 25 परमानेंट लाइसेंस और आरसी रिनुअल और डुप्लीकेट बनाने का कार्य रोजाना होता है.
  • कोटपुतली डीटीओ ऑफिस में 25 लर्निंग लाइसेंस, 30 परमानेंट और 30 डुप्लीकेट लाइसेंस वोट बनाए जाते हैं.

जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है. ऐसे में सोमवार से लॉकडाउन 4.0 चालू हो गया है. लेकिन, लॉकडाउन की अवधि बार-बार बढ़ने से जनता से जुड़े काम भी बंद होने का बोझ सरकारी दफ्तरों पर लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में लॉकडाउन खुलने के बाद एकदम से सरकारी कामकाज को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए सरकारी कर्मचारियों के सामने एक बड़ी चुनौती भी खड़ी हो सकती है.

सरकारी कार्यालयों में परिवहन विभाग की बात करें तो, विभाग ने बीते 2 माह से लाइसेंस बनाने का काम बंद किया हुआ है. जिससे जयपुर में करीब 72 हजार से अधिक लाइसेंस नहीं बन सके. अब विभाग इन लाइसेंस को बनाने के लिए नई रूपरेखा तैयार करने में जुट गया है.

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जयपुर रीजन में सात आरटीओ कार्यालय आते हैं. जिनमें करीब 1300 लाइसेंस रोज बनाए जाते हैं. ऐसे में अब लॉकडाउन खुलने के बाद सरकारी कार्यालय में एकदम से कामकाज का बोझ बढ़ जाएगा. जिससे सरकारी कर्मचारियों को भी परेशानी होगी. इसी बीच अब सरकारी कार्यालयों में कामकाज को लेकर रूपरेखा बनना भी तैयार हो गई है. जिससे सरकारी कर्मचारियों पर लॉकडाउन खुलने के बाद कामकाज का ज्यादा बोझ नहीं पड़े.

लाइसेंस बनवाने के नए आवेदकों को करना होगा इंतजार

बता दें कि लॉकडाउन से पहले जिन लोगों को अपना लर्निंग और परमानेंट लाइसेंस बनाने के लिए डेट मिली थी, तो वहीं अब उनकी डेट को आगे भी शिफ्ट कराया जा रहा है. ऐसे में अब आमजन के मोबाइल पर मैसेज भेज कर उनको नई डेट के बारे में भी बताया जा रहा है, लेकिन अभी प्रदेश भर में लॉकडाउन जारी है. जिसके चलते विभाग के सामने एक परेशानी यह भी आ रही है कि वह किस महीने की डेट लाइसेंस बनवाने वाले आवेदकों को दें.

ऐसे में अब जो भी आवेदक लॉकडाउन खुलने के बाद आवेदन करेगा, उसको आने वाले दिनों में 2 से 3 महीने का इंतजार भी करना पड़ सकता है, क्योंकि विभाग पहले जिन लोगों को डेट दी गई है. उन लोगों के लाइसेंस बनाएगा. उसके बाद ही परिवहन विभाग लाइसेंस के आवेदकों के लाइसेंस बनाएगा.

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जयपुर के चार रीजनल ऑफिस का हाल

  • जयपुर जिले के शाहपुरा डीटीओ कार्यालय की बात करें तो, शाहपुरा में रोजाना 25 लर्निंग लाइसेंस, 20 परमानेंट लाइसेंस ऑफ 25 डुप्लीकेट लाइसेंस बनाए जाते हैं.
  • दूदू डीटीओ कार्यालय की बात की जाए तो, दूदू ऑफिस में 30 लर्निंग लाइसेंस, 20 परमानेंट और 20 डुप्लीकेट और रिन्यूअल रोजाना किए जाते हैं.
  • चोमू डीटीओ ऑफिस की बात की जाए तो, दूदू डीटीओ ऑफिस में भी 30 लर्निंग लाइसेंस, 25 परमानेंट लाइसेंस और आरसी रिनुअल और डुप्लीकेट बनाने का कार्य रोजाना होता है.
  • कोटपुतली डीटीओ ऑफिस में 25 लर्निंग लाइसेंस, 30 परमानेंट और 30 डुप्लीकेट लाइसेंस वोट बनाए जाते हैं.
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