जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में 7 दिनों से चल रहा रजिस्ट्रार और शिक्षकों का विवाद अब सरकार तक जा पहुंचा है. मामले की जांच के लिए उच्च शिक्षा सचिव ने एक कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी को पूरे प्रकरण की जांच कर 1 सप्ताह में राज्य सरकार को रिपोर्ट पेश करनी है.
जानकारी के अनुसार कमेटी में 3 सदस्यों को शामिल किया गया है. कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर बीएम शर्मा को कमेटी का संयोजक बनाया गया है. वहीं विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वीवी सिंह को बतौर सदस्य शामिल किया गया है. जबकि उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव मोहम्मद नईम को सदस्य सचिव बनाया गया है.
ये समिति शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का अध्ययन कर सुझाव देगी. इसके साथ ही 14 अक्टूबर को घटे घटनाक्रम की भी पूरी जांच करेगी. कमेटी के गठन के साथ ही विश्वविद्यालय में कुलपति सचिवालय के बाहर चल रहा शिक्षकों का धरना भी स्थगित कर दिया गया.
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बता दें कि राजस्थान विश्वविद्यालय में शिक्षकों और प्रशासन के बीच हुआ विवाद 14 अक्टूबर को शिक्षकों और रजिस्ट्रार के बीच हुई हाथापाई के बाद और गरमा गया. मामले में रजिस्ट्रार और शिक्षकों ने एक दूसरे के खिलाफ गांधीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. इस बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो प्रोफेसर्स को निलंबित कर दिया था. जिनके निलंबन के आदेश वापस लेने की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी के शिक्षक कुलपति सचिवालय के बाहर क्रमिक धरने पर थे. मामला सिंडीकेट बैठक में 2018 की भर्ती के शिक्षकों का प्रोबेशन पीरियड बढ़ाने से जुड़ा है.