जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों को शीघ्र भारत लाने के लिए (CM gehlot on Safe return of Indian students) केंद्र सरकार अविलंब यूक्रेन की सरकार से संपर्क करे. ऐसा इसलिए, ताकि पोलैंड और रोमानिया से होकर विद्यार्थियों को भारत आने के लिए सुरक्षित मार्ग मिल सके.
गहलोत ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्र अजय सिंह से शुक्रवार को फोन पर हुई उनकी बातचीत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री को अवगत कराया है कि यूक्रेन से एक साथ निकलने के लिए भारतीय विद्यार्थियों को रोमानिया और पोलैंड से सुरक्षित मार्ग नहीं मिल पा रहा है. राज्य सरकार के अधिकारियों को वहां रह रहे विद्यार्थियों और उनके परिजनों के माध्यम से यह संदेश प्राप्त हो रहे हैं कि बड़ी संख्या में भारतीय विद्यार्थी रोमानिया की सीमा पर एकत्रित हैं और उन्हें वहां से आगे बढ़ने का रास्ता नहीं मिल पा रहा है.
गहलोत ने प्रधानमंत्री को यह भी (Ashok Gehlot on Russia Ukraine War) अवगत कराया कि रोमानिया बॉर्डर पर इन विद्यार्थियों को अत्यधिक ठंड का सामना करना पड़ा रहा है. यूक्रेन में बने वर्तमान हालातों और वहां फंसे होने के कारण बच्चे और भारत में रह रहे उनके अभिभावक मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं. इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार के अधिकारी विदेश मंत्रालय और इन विद्यार्थियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.
मुख्यमंत्री ने मोदी से आग्रह किया है कि वे पौलेंड और रोमानिया तक सुरक्षित मार्ग की विद्यार्थियों की जरूरत को पूरा करने के लिए यूक्रेन सरकार से संपर्क करें और रोमानिया बॉर्डर पर उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए भारतीय विद्यार्थियों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाने के लिए विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देशित करें. गहलोत ने केन्द्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर को भी पत्र लिखकर उनका ध्यान विद्यार्थियों की सुरक्षित वापसी में आ रही इन समस्याओं की ओर आकृष्ट किया है.