जयपुर. राजस्थान में विधायक दल की बैठक से पहले जिस तरह से गहलोत गुट के विधायक इकट्ठे हो गए हैं, उससे साफ है की शाम 7.30 बजे होने वाली बैठक में पर्यवेक्षकों को हंगामा देखने को मिल सकता है. मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर इकट्ठा हो रहे विधायकों की संख्या से यह साफ पता चल रहा है कि ये गहलोत के वे सिपाही हैं जो 2020 में सचिन पायलट की नाराजगी के बाद 34 दिन तक बाड़बंदी में रहे थे.
ऐसे में ये विधायक एक बार फिर आलाकमान के सामने पायलट की खिलाफत कर सकते हैं और जैसे की चर्चा चल रही है कि सचिन पायलट को कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री बनाने के लिए प्रस्ताव रख सकता है तो ये विधायक उसे सिरे से नामंजूर भी कर सकते हैं.
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मेघवाल बोले पायलट ने ही भाजपा से मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की थी
मंत्री गोविंद मेघवाल ने भी सीएम पद पर सचिन पायलट के नाम को लेकर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट ने जिस तरह से 2020 में भाजपा के साथ मिलकर छोटी-मोटी घटना की थी, वह सबके सामने है. ऐसे में अगर उनका नाम आता है तो फिर हमारा अगला कदम क्या होगा उसी को लेकर हम सभी विधायक आपस में चर्चा करेंगे. वहीं महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि अशोक गहलोत ही हमारे मुख्यमंत्री हैं और वही रहेंगे. ऐसे में साफ है कि गहलोत गुट के विधायक अब आलाकमान को पायलट के नाम पर सीधी आंख दिखा रहे हैं.