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Gehlot In Delhi: राज्यसभा सीटों पर चर्चा संभव, उम्मीदवारों का चयन करेंगी आलाकमान!

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Published : Apr 20, 2022, 8:08 AM IST

Updated : Apr 20, 2022, 8:40 AM IST

गहलोत के दिल्ली दौरे को लेकर किसी पुख्ता एजेंडे की बात नहीं हो रही है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस के उदयपुर में संभावित चिंतन शिविर की रूपरेखा तैयार की जा सकती है. इसके अलावा राजस्थान की 4 में से 3 राज्यसभा सीटों पर कांग्रेस किसको उतारेगी इसको लेकर भी फैसला लिया जा सकता है. सूत्रों की मानें तो गहलोत मन बना चुके हैं कि उम्मीदवारों के चयन का पूरा जिम्मा सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा.

Gehlot In Delhi
राज्यसभा सीटों पर चर्चा संभव

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज दिल्ली दौरे पर रहेंगे गहलोत सुबह 9:30 बजे स्पेशल विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. दिल्ली दौरे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी ,राहुल गांधी समेत कांग्रेस के आला नेताओं के साथ बैठक करेंग. बताया जा रहा है कि उदयपुर में 14 से 16 मई तक होने वाले चिंतन शिविर की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी हालांकि यह कहा जा रहा है चिंतन शिविर की आधिकारिक घोषणा कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद ही की जाएगी.

बैठक के बाद स्पष्ट होगा कि चिंतन शिविर कांग्रेस शासित राजस्थान में होगी या फिर छत्तीसगढ़ में. सूत्रों की मानें तो ये चिंतन शिविर राजस्थान के उदयपुर में ही होने की पूरी संभावना है. 14 से 16 मई तक तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं और कार्यकर्ताओं से पार्टी के लगातार हारने के कारणों और इस साल होने वाले गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ ही अगले साल होने वाले कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. इसके साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले के लिए गठबंधन की नई सियासत शुरू करने पर भी चर्चा हो सकती है.

उदयपुर के चिंतन शिविर में राहुल को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव!: कांग्रेस पार्टी में संगठन के चुनाव घोषित कर दिए गए हैं और चुनाव के जरिए ही कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिले. लेकिन उदयपुर में 14 से 16 मई तक होने वाले चिंतन शिविर में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाए जाने के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा. हालांकि राहुल गांधी कई बार अध्यक्ष बनने से इनकार कर चुके हैं लेकिन इतनी बड़ी बैठक में जब कांग्रेस का बड़े से बड़ा नेता एक मंच पर मौजूद होकर ये प्रस्ताव रखेगा, तो संभव है कि इस बार राहुल गांधी अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने को तैयार हो जाएं. आपको बता दें कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी में उपाध्यक्ष भी 9 साल पहले साल 2013 में जयपुर में हुए चिंतन शिविर में ही बनाए गए थे.

पढ़े:Ashok Gehlot vs Kapil Sibal: गहलोत बोले, सिब्बल नहीं हैं कांग्रेस कल्चर के व्यक्ति, पार्टी की एबीसीडी नहीं जानते

प्रशांत किशोर की भूमिका होगी तय: अब तक चुनावी रणनीतिकार के तौर पर विभिन्न पार्टियों को अपनी सेवाएं दे चुके प्रशांत किशोर की एंट्री पर से भी परदा उठ सकता है. पिछले लगभग एक दशक से कांग्रेस पार्टी के सामने कई चुनौतियां खड़ी हुई हैं और जानकार मानते हैं कि इनसे लड़ने के लिए कांग्रेस नेताओं को एकजुट रहने की आवश्यकता है. क्या प्रशांत किशोर इसमें अहम रोल निभा सकते हैं? तो राजस्थान में होने वाले संभावित चिंतन शिविर में प्रशांत किशोर की कांग्रेस पार्टी में क्या भूमिका होगी ये भी साफ हो जाने की उम्मीद है.

राज्यसभा के उम्मीदवारों और प्रियंका गांधी पर चर्चा: वैसे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दिल्ली यात्रा का एजेंडा अभी साफ नही है. लेकिन राजस्थान में होने वाले संभावित चिंतन शिविर के साथ ही जुलाई में खाली होने जा रही राज्यसभा सीटों को लेकर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी से चर्चा कर सकते हैं. इस साल राजस्थान से राज्यसभी का 4 सीटें खाली हो रही हैं. इन 4 में से 3 राज्यसभा सीटें कांग्रेस के हिस्से आ सकती है और इन 3 सीट पर किसे राजस्थान से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जाए ,इसका अंतिम फैसला भी अशोक गहलोत सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर छोड़ना चाहते हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने प्रियंका गांधी को राजस्थान से राज्यसभा में भेजे जाने का आग्रह किया जा सकता है.

सचिन पायलट पर भी बात: 8 अप्रैल को राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मुलाकात हुई थी. उसके बाद अब करीब 2 सप्ताह बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात होगी. ऐसे में माना जा रहा है कि सचिन पायलट को भी पार्टी में क्या भूमिका दी जाए इसे लेकर चर्चा की जाएगी. हालांकि जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यही चाहते हैं कि सचिन पायलट को राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय किया जाए जबकि सचिन पायलट राजस्थान छोड़कर नहीं जाना चाहते. ऐसे में सचिन पायलट की आगामी भूमिका को लेकर बीच का रास्ता क्या निकाला जाए इसे लेकर भी कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा होनी संभावित है.

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज दिल्ली दौरे पर रहेंगे गहलोत सुबह 9:30 बजे स्पेशल विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. दिल्ली दौरे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी ,राहुल गांधी समेत कांग्रेस के आला नेताओं के साथ बैठक करेंग. बताया जा रहा है कि उदयपुर में 14 से 16 मई तक होने वाले चिंतन शिविर की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी हालांकि यह कहा जा रहा है चिंतन शिविर की आधिकारिक घोषणा कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद ही की जाएगी.

बैठक के बाद स्पष्ट होगा कि चिंतन शिविर कांग्रेस शासित राजस्थान में होगी या फिर छत्तीसगढ़ में. सूत्रों की मानें तो ये चिंतन शिविर राजस्थान के उदयपुर में ही होने की पूरी संभावना है. 14 से 16 मई तक तीन दिन तक चलने वाले इस शिविर में नेताओं और कार्यकर्ताओं से पार्टी के लगातार हारने के कारणों और इस साल होने वाले गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ ही अगले साल होने वाले कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. इसके साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मुकाबले के लिए गठबंधन की नई सियासत शुरू करने पर भी चर्चा हो सकती है.

उदयपुर के चिंतन शिविर में राहुल को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव!: कांग्रेस पार्टी में संगठन के चुनाव घोषित कर दिए गए हैं और चुनाव के जरिए ही कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिले. लेकिन उदयपुर में 14 से 16 मई तक होने वाले चिंतन शिविर में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की ओर से राहुल गांधी को फिर से अध्यक्ष बनाए जाने के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा. हालांकि राहुल गांधी कई बार अध्यक्ष बनने से इनकार कर चुके हैं लेकिन इतनी बड़ी बैठक में जब कांग्रेस का बड़े से बड़ा नेता एक मंच पर मौजूद होकर ये प्रस्ताव रखेगा, तो संभव है कि इस बार राहुल गांधी अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने को तैयार हो जाएं. आपको बता दें कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी में उपाध्यक्ष भी 9 साल पहले साल 2013 में जयपुर में हुए चिंतन शिविर में ही बनाए गए थे.

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प्रशांत किशोर की भूमिका होगी तय: अब तक चुनावी रणनीतिकार के तौर पर विभिन्न पार्टियों को अपनी सेवाएं दे चुके प्रशांत किशोर की एंट्री पर से भी परदा उठ सकता है. पिछले लगभग एक दशक से कांग्रेस पार्टी के सामने कई चुनौतियां खड़ी हुई हैं और जानकार मानते हैं कि इनसे लड़ने के लिए कांग्रेस नेताओं को एकजुट रहने की आवश्यकता है. क्या प्रशांत किशोर इसमें अहम रोल निभा सकते हैं? तो राजस्थान में होने वाले संभावित चिंतन शिविर में प्रशांत किशोर की कांग्रेस पार्टी में क्या भूमिका होगी ये भी साफ हो जाने की उम्मीद है.

राज्यसभा के उम्मीदवारों और प्रियंका गांधी पर चर्चा: वैसे तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दिल्ली यात्रा का एजेंडा अभी साफ नही है. लेकिन राजस्थान में होने वाले संभावित चिंतन शिविर के साथ ही जुलाई में खाली होने जा रही राज्यसभा सीटों को लेकर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी से चर्चा कर सकते हैं. इस साल राजस्थान से राज्यसभी का 4 सीटें खाली हो रही हैं. इन 4 में से 3 राज्यसभा सीटें कांग्रेस के हिस्से आ सकती है और इन 3 सीट पर किसे राजस्थान से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जाए ,इसका अंतिम फैसला भी अशोक गहलोत सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर छोड़ना चाहते हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने प्रियंका गांधी को राजस्थान से राज्यसभा में भेजे जाने का आग्रह किया जा सकता है.

सचिन पायलट पर भी बात: 8 अप्रैल को राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मुलाकात हुई थी. उसके बाद अब करीब 2 सप्ताह बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात होगी. ऐसे में माना जा रहा है कि सचिन पायलट को भी पार्टी में क्या भूमिका दी जाए इसे लेकर चर्चा की जाएगी. हालांकि जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यही चाहते हैं कि सचिन पायलट को राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय किया जाए जबकि सचिन पायलट राजस्थान छोड़कर नहीं जाना चाहते. ऐसे में सचिन पायलट की आगामी भूमिका को लेकर बीच का रास्ता क्या निकाला जाए इसे लेकर भी कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा होनी संभावित है.

Last Updated : Apr 20, 2022, 8:40 AM IST
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