जयपुर. प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं से हो रही मौतों के आंकड़े को कम करने के लिए गहलोत सरकार तमिलनाडु मॉडल अपनाएगी. प्रदेश में स्थानीय स्थितियों के अनुसार तमिलनाडु मॉडल को किस तरह से लागू किया जाए, इसको लेकर परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. परिवहन का जिम्मा संभालने के साथ गुरुवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की.
परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि तमिलनाडु मॉडल के अनुसार प्रदेश में भी स्थानीय स्थितियों को ध्यान में रखते हुए सड़क दुर्घटना में मृत्यु की संख्या कम करने के उपायों को लागू किया जाए. साथ ही कक्षा 11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम में भी सड़क सुरक्षा को सम्मिलित करते हुए पाठ्यक्रम सामग्री के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने और परिवहन सेवा को बढ़ावा देने के लिए नीति के निर्माण कार्य करने कोशिश की जाए.
बता दें कि रोहित कुमार सिंह शासन सचिवालय में परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ पहली बैठक की. बैठक में परिवहन विभाग के शासन सचिव और आयुक्त रवि जैन ने विभाग के लक्ष्यों योजनाओं में अब तक की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति के बारे में पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी. इस दौरान एसीएस रोहित कुमार सिंह सड़क सुरक्षा के अन्य उपायों के साथ ही प्रदेश में ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले में सख्ती बरतने और प्रदेश में लाइसेंस एवं अन्य कार्यों के लिए परिवहन कार्यालयों में आने वाले की सुविधा के लिए फ्रंटलाइन ऑफिस में सिस्टम लागू करने की योजना को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए.
रोहित सिंह ने विभाग में चल रही योजनाओं जैसे ट्रैफिक पार्कों का निर्माण, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्राइमरी ट्रॉमा सेंटर की सुविधा विकसित करना, ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन योजना के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए.
बैठक में परिवहन आयुक्त रवि जैन ने एसीएस अशोक कुमार सिंह को विभागीय संरचना रिक्तियों की संख्या, सड़क सुरक्षा क्षेत्र में विभाग की ओर से किए जा रहे कार्यों, परिवहन पंजीयन, ऑनलाइन टेक्सेशन और अब तक की प्रगति बजट घोषणा की स्थिति समेत विभिन्न विभागीय कार्यकलापों के बारे में जानकारी दी. बैठक में अतिरिक्त परिवहन आयुक्त महेंद्र कुमार खिंची सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.