जयपुर. जयपुर शहर परकोटा के लिए मेडिकल लाइफलाइन कहे जाने वाले गणगौरी अस्पताल की क्षमता बढ़ाने और उसे अपग्रेड करने की बजट घोषणा थी. उसी के अनुरूप गणगौरी अस्पताल की एनआईटी जारी की गई.
इसमें तकरीबन 52 करोड़ खर्च होंगे. परकोटे के अलावा आसपास के क्षेत्रों की करीब 8 से 10 लाख जनसंख्या को कवर करने वाले इस अस्पताल को अब 6000 वर्ग मीटर में और बढ़ाया जा रहा है. जिसमें तकरीबन 600 बेड सुविधा और 11 नई यूनिट्स शुरू होगी. एसएमएस अस्पताल के भार को कम करने का सरकार का प्लान है. इसके मद्देनजर गणगौरी अस्पताल के विस्तार का प्रोजेक्ट लाया गया है. जिस की फंडिंग जयपुर स्मार्ट सिटी की ओर से की जा रही है.
गणगौरी अस्पताल में ऐसे होगा विस्तार
अस्पताल में 300 बेड की क्षमता को बढ़ाकर 600 किया जाएगा, ओपीडी का किया जाएगा विस्तार, इमरजेंसी सेवाओं को किया जाएगा मजबूत, अस्पताल को किया जाएगा हाईटेक, अत्याधुनिक फायर सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और वेटिंग लिस्ट डिस्पले लगाया जाएगा.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में अस्पताल अधीक्षक डॉ रामबाबू शर्मा ने बताया कि गणगौरी अस्पताल परकोटे में स्थित एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल है. जहां शहर के अंदर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते हैं. यहां अमूमन जगह और पार्किंग की समस्या रहती है. इसे मद्देनजर रखते हुए राज्य सरकार ने गणगौरी अस्पताल का एक्सटेंशन का प्लान बनाया है.
अस्पताल के विस्तार के बाद ये एसएमएस का अल्टरनेट हो जाएगा. वर्तमान में 3000 वर्ग गज में बना है और अब 6000 वर्ग गज जमीन पर करीब 5 मंजिला नई बिल्डिंग तैयार की जाएंगी. नई बिल्डिंग अस्पतालों की उच्चस्तरीय मानक एनएबीएल स्टैंडर्ड से बनेगी. वर्तमान में यहां मेडिसिन, गायनी, पीडियाट्रिक, सर्जरी, ऑर्थोपेडिक, ईएनटी, आई, स्किन, एनएसथीसिया, रेडियोलॉजी और ब्लड बैंक की सुविधाएं हैं.
एक्सटेंशन के बाद मिल सकेंगी ये सुविधाएं
अस्पताल के विस्तार के बाद इस अस्पताल में नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, एंडॉक्रिनलॉजी, यूरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, डेंटिस्ट्री, साइकेट्री, सीटी और एमआरआई की सुविधाएं मिल सकेंगी.
वर्तमान में राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के दौर में ही यहां ऑक्सीजन प्लांट भी तैयार कराया है. जिससे अस्पताल के मरीजों को बड़ी राहत मिली है. डॉ रामबाबू शर्मा ने बताया कि भविष्य में पुरानी बिल्डिंग में महज मदर एंड चाइल्ड केयर और नई बिल्डिंग में दूसरी यूनिट संचालित की जाएंगी. वहीं वर्तमान में चल रही स्टाफ की कमी को दूर करने का प्रयास करते हुए इमरजेंसी सेवाओं का भी विस्तार किया जाएगा.
बता दें कि गणगौरी अस्पताल (पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल) का विस्तार करने में नजदीकी रथखाना सरकारी स्कूल और नगर निगम के गैराज की जमीन का इस्तेमाल किया जाना प्रस्तावित है.