जयपुर. राजधानी जयपुर में चोरी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. चोर नए-नए तरीकों से चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. ऑटो में सवारी बैठाकर ध्यान भटकाकर सोने-चांदी के जेवरात, पर्स और नकदी चोरी करने वाली गैंग के चार सदस्यों को जयपुर की सोडाला थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने आरोपी लालू, दक्कू उर्फ मुकेश, महेश सोलंकी और नीतू वाघेला को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी ऑटो में सवारी को बैठाकर आपस में लड़ाई झगड़ा करके सवारी का ध्यान भटकाते थे. इसके बाद सवारी का कीमती सामान, जेवरात, पर्स आदि गायब कर दिया करते थे. वारदात को अंजाम देकर गैंग के लोग सवारी को बीच रास्ते में उतारकर रफूचक्कर हो जाते थे. आरोपियों ने सांगानेर रोड, स्वर्ण पथ, वैशाली नगर, मानसरोवर समेत जयपुर शहर के विभिन्न स्थानों पर वारदातें की है.
स्पेशल टीम का किया गया गठन
डीसीपी साउथ हरेंद्र कुमार महावर के मुताबिक ऑटो में सवारी बैठाकर और उसका ध्यान बांटकर सोने चांदी के आभूषण, नगदी, पर्स पर हाथ साफ करने वाली गैंग जयपुर शहर में काफी वारदातों को अंजाम दे रही थी. बढ़ती वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी साउथ अवनीश कुमार और एसीपी सोडाला भोपाल सिंह भाटी के निर्देशन में सोडाला थाना अधिकारी सतपाल सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लगा सुराग
पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले. सीसीटीवी फुटेज तकनीकी सहायता और मुखबिर से सूचनाएं प्राप्त कर आरोपियों का सुराग लगाया गया. 21 सितंबर को गैंग ने सोडाला के न्यू सांगानेर रोड पर एक बुजुर्ग महिला को अपने ऑटो में बैठाने के बाद उसका ध्यान भटकाकर हाथ से सोने की चूड़ी निकालने के बाद अजमेर पुलिया के पास ऑटो से उतारकर फरार होने की वारदात की थी. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीसीटीवी फुटेज के साथी तकनीकी सहायता से सूचना एकत्रित की. पुलिस की स्पेशल टीम ने वारदात को अंजाम देने वाले ऑटो को चिन्हित किया.
आमेर में नजर आया संदिग्ध ऑटो
संदिग्ध ऑटो की तलाश के लिए जयपुर शहर की विभिन्न कॉलोनियों और बस्तियों में भी तलाशी की गई. इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि इस तरह हुलिए का एक ऑटो आमेर के नारदपुरा इलाके की तरफ देखा गया है. पुलिस की टीम आमेर के नारदपुरा क्षेत्र में पहुंची तो संदिग्ध ऑटो नारनपुरा में तेजाजी मंदिर के पास खाली जमीन में लावारिस खड़ा हुआ दिखाई दिया. पुलिस की टीम ने सीसीटीवी फुटेज में मिले संदिग्ध ऑटो के हुलिए से मिलान किया, तो वह ऑटो होगा वैसा ही होना पाया गया जैसा कि थाना सोडाला की वारदात के बाद से सीसीटीवी फुटेज में नजर आया था. पुलिस ने ऑटो मालिक की तलाश शुरू की, लेकिन किसी ने भी ऑटो को अपना होना स्वीकार नहीं किया.
पुलिस की स्पेशल टीम ने घेरा डालकर आरोपियों को दबोचा
पुलिस की टीमें संदिग्ध ऑटो पर निगरानी बनाए हुए थी. आज शनिवार को ऑटो में कुल चार व्यक्ति एक महिला और तीन पुरुष बैठे दिखे. जैसे ही चारों लोग ऑटो में बैठकर जाने लगे, तो पुलिस की टीम ने घेरा डालकर ऑटो को रुकवा लिया. ऑटो में बैठे महिला समेत चार लोगों से पूछताछ की गई तो वह संतोष पूर्वक जवाब नहीं दे पाए. पुलिस ने घेरा डालकर चारों आरोपियों को दबोच लिया.
पूछताछ में सामने आया कि यह लोग अपने ऑटो से सवारी बैठाकर आपस में लड़ाई झगड़ा कर सवारी का ध्यान भटका कर उसका सामान और हाथ में पहने सोने चांदी के जेवरात और नगदी चोरी कर लेते हैं. हाथों में पहने कंगन को भी कटर से काटकर चुरा लेते हैं. इस काम को पूरा होने के बाद सवारी को बीच रास्ते में किसी बहाने से उतार कर भाग जाते हैं. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
जयपुर शहर में आधा दर्जन से अधिक वारदातों का खुलासा
आरोपियों ने जयपुर शहर में करीब आधा दर्जन से अधिक वारदातें करना कबूल किया है. आरोपियों के कब्जे से चोरी किया गया सोने चांदी का माल भी बरामद हुआ है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.