जयपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वी जयंती समारोह और स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में सोमवार से प्रदेश भर में सघन पौधारोपण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. जयपुर में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने सेंट्रल पार्क के लिली पूल एरिया में बनाई जा रही गांधी वाटिका में अमलतास का पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत की है. पोधारोपण अभियान के तहत प्रदेश भर में गांधी वाटिका बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें कम से कम 150 पौधे लगाए जाएंगे. इसके अलावा जेडीए प्रत्येक जोन में ऑक्सी जोन बनाने की तैयारी कर रहा है.
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मुख्यमंत्री के आह्वान पर प्रदेश भर में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह के उपलक्ष में कम से कम 150 पौधे लगाकर गांधी वाटिका तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. सभी नगरीय निकायों को भी उनके क्षेत्र के अनुसार प्लांटेशन का लक्ष्य दिया गया है. सोमवार को इस पौधारोपण अभियान की शुरुआत हुई. यूडीएच मंत्री ने सेंट्रल पार्क में अमलतास का पौधा लगाया और यहां बनाई जा रही गांधी वाटिका को लेकर दिशा निर्देश दिए. धारीवाल ने निर्देश दिए कि नीम, अमलतास, पीपल जैसे पौधे लगाए जाएं, जो ऑक्सीजन भी अधिक देते हैं और खूबसूरत भी दिखते हैं. अभियान में फलों के पौधे नहीं लगाए जाएं, क्योंकि फलों को तोड़ने के चक्कर में बच्चे वाटिका का सत्यानाश कर देंगे.
बीजेपी सरकार ने 5 साल में सेंट्रल पार्क में एक पौधा नहीं लगाया
धारीवाल ने बताया कि पिछले साल जो पौधे लगाए गए थे, उनमें कुछ एक ही पनप नहीं सके. मॉनिटरिंग बेहतर होने की वजह से हजारों पेड़ पल्लवित हो रहे हैं. इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर सेंट्रल पार्क से भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में सेंट्रल पार्क में एक भी पौधा नहीं लगाया गया, जबकि कांग्रेस के ढाई साल के कार्यकाल में यहां 5000 से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं.
सेंट्रल पार्क में विकसित की जा रही गांधी वाटिका
सेंट्रल पार्क में गांधी वाटिका विकसित की जा रही है. ये क्षेत्र सेंट्रल पार्क के पाथ-वे का एक हिस्सा है, जहां बीते साल से ही प्लांटेशन कर वाटिका विकसित की जा रही थी. जेडीसी गौरव गोयल ने बताया कि यहां गांधी जी की जीवनी पर इको फ्रेंडली मैटेरियल पर पेंटिंग स्लोगन बनाए जाएंगे, ताकि जब यूथ यहां से निकले तो गांधी जी के विचारों से और उनके जीवन से उन्हें अनुभव और शिक्षा मिले.
शहर के सभी जोन में बनाया जाएगा ऑक्सी जोन
जेडीए के सभी जोन में 5000 से 50000 मीटर लैंड आईडेंटिफाई कराई जा रही है. यहां डेंस प्लांटेशन कर ऑक्सी जोन बनाए जाएंगे. इसके लिए चार जगह जमीन चिन्हित कर ली गई है. यहां जापानी तकनीक मियावाकी से पौधारोपण किया जाएगा. वहां एक-एक हेक्टेयर में 10 हजार से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए जाएंगे, जो खुद विकसित भी होंगे. ये क्षेत्र शहर के फेफड़ों के तौर पर काम करेंगे. इसी के साथ रोड साइड प्लांटेशन, जन सहभागिता से प्लांटेशन में लगभग 65 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.
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इसके साथ ही जेडीए शहरीकरण और डामरीकरण के कारण कैद हुए रोड साइड लगे पेड़ों को भी आजाद करा रहा है. फिलहाल जयपुर के जेएलएन रोड, टोंक रोड और सी स्कीम एरिया में 1640 पेड़ों को चिन्हित कर ऐसा स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है, जिससे पेड़ों को पर्याप्त हवा-पानी मिल सके.