जयपुर. कोरोना महामारी के बीच राजस्थान में चल रहे सियासी संक्रमण में अब वैक्सीनेशन पॉलिटिक्स हावी हो गई है. सोमवार को इस पॉलिटिक्स में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की भी एंट्री हुई. शेखावत ने वर्चुअल प्रेस वार्ता में कहा कि राजस्थान में वैक्सीन बर्बादी का खेल खेला जा रहा है. जिसके लिए प्रदेश की जनता गहलोत सरकार को कभी माफ नहीं करेगी.
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गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डोज खराब होने के आंकड़ों को गलत बताया था. लेकिन 17 जिलों में 5 से 40 फीसदी डोज बर्बाद हुई हैं जो मुख्यमंत्री के बयान की कलई खोलती हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन के निर्माण, ट्रायल और उपयोगिता को लेकर कांग्रेस ने राजनीति की और वैक्सीन को पार्टी व व्यक्ति से जोड़ा. पूरी दुनिया भारत की वैक्सीन की स्वीकार्यता कर रही है, मगर राजस्थान में उसी वैक्सीन की बर्बादी का तांडव किया जा रहा है.
शेखावत ने कहा कि अब तक राज्यों को 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन दी जा चुकी है. जल्द ही वैक्सीन का उत्पादन 30 करोड़ डोज प्रति महीना हो जाएगा और नवंबर तक 18 और इससे बड़ी उम्र के सभी लोगों को दोनों डोज लग जाएंगी. शेखावत ने आगे कहा कि कोरोना की भयावहता को रोकने में हम कामयाब हुए हैं. केंद्र ने संसाधनों को विकसित करने के लिए चिकित्सा व्यवस्था को सशक्त करने का आग्रह किया था. अगर राजस्थान इसकी तैयारी कर लेता तो ये हालात नहीं होते. पीएम केयर्स फंड से जो वेंटिलेटर राजस्थान को भेजे गए थे. दूसरे राज्यों में इनका उपयोग किया. लेकिन राजस्थान में वेंटिलेटर को लेकर राजनीति की गई. केंद्र को बताया गया कि 1500 वेंटिलेटर को इंस्टॉल कर लिया गया है, जबकि अधिकतर वेंटिलेटर कबाड़ में पड़े हैं.
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मैं भविष्यवक्ता नहीं जो बता दूं कि गहलोत सरकार 5 साल चलेगी या नहीं
शेखावत से प्रदेश भाजपा नेताओं द्वारा हाल ही में गहलोत सरकार के 5 साल का कार्यकाल पूर्ण नहीं करने से जुड़े बयानों को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कर दिया कि वह ना तो भविष्यवाणी करते हैं और ना ही भविष्यवक्ता हैं. जो यह बता दें कि गहलोत सरकार 5 साल चलेगी या नहीं. लेकिन शेखावत ने यह जरूर कहा कि जिन हालातों में सरकार चल रही है उसमें प्रदेश में कहीं सरकार दिखती ही नहीं जो प्रदेशवासियों का दुर्भाग्य है.