जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल ऑफेंसेस एंड साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए रतनगढ़ विधायक को बातों में उलझा कर उनके परिचित से लाखों रुपए ठगने वाले शातिर ठग को उसके सहयोगी के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरोह के दोनों शातिर बदमाशों को बिहार से गिरफ्तार किया है. साथ ही आरोपियों से पूछताछ की जा रही है जिसमें अनेक प्रकरणों पर से पर्दा उठने की संभावना है.
जानकारी के अनुसार पुलिस के हत्थे चढ़े गिरोह के शातिर बदमाश अभिषेक रंजन ने रतनगढ़ विधायक अभिनेश महर्षी से संपर्क कर खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा का पूर्व अधिकारी बताया. साथ ही वर्तमान में रेलवे बोर्ड में कार्यरत बताते हुए रेलवे के कामों का टेंडर दिलवाने का झांसा दिया. वहीं ठग की बातों में आकर विधायक अभिनेश ने अपने एक परिचित को टेंडर दिलवाने के लिए परिचित से संपर्क कर उसे ठग से बात करने को कहा.
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जिस पर विधायक के परिचित ठेकेदार प्रकाश चंद यादव ने ठग से संपर्क किया और ठग ने टेंडर दिलाने के नाम पर 3 लाख 82 हजार रुपए अकाउंट में जमा करवा लिए. बैंक खाते में राशि जमा होने के बाद से ही शातिर ठग अभिषेक रंजन ने अपना फोन बंद कर लिया और उसके बाद विधायक ने जयपुर पुलिस के आला अधिकारी से संपर्क कर ठगी की सूचना दी है.
साइबर क्राइम थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर विशेष टीम का गठन कर बिहार में दबिश देकर अभिषेक रंजन और साथ ही उसके एक सहयोगी अजय विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया है. फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जयपुर लाया गया है जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. वहीं पूछताछ में ठगी की अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है.