जयपुर. राजधानी में साइबर ठगी के प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं और साइबर ठग अब पुलिसकर्मियों को भी अपने ठगी का शिकार बना रहे हैं. राजधानी के बनीपार्क थाना इलाके में साइबर ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां अपनी दो बेटियों की शादी के लिए 12 लाख रुपए का पर्सनल लोन लेने वाले पुलिस कांस्टेबल कमलेश कुमार के बैंक खाते से ठगों ने 6 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन कर लिया.
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ठगों ने 10 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक कांस्टेबल कमलेश कुमार के बैंक खाते से अलग-अलग टुकड़ों में राशि का ट्रांजैक्शन किया, लेकिन एक भी ट्रांजैक्शन का मैसेज कमलेश कुमार को उनके मोबाइल पर प्राप्त नहीं हुआ.
चांदपोल स्थित जयपुर पुलिस रिजर्व लाइन में तैनात कांस्टेबल कमलेश कुमार ने बताया कि अप्रैल महीने में उनकी दो बेटियों की शादी होनी है, जिसके लिए उन्होंने 12 लाख रुपए का पर्सनल लोन लिया. 10 फरवरी को उनके बैंक खाते से यूपीआई के जरिए ठगों ने राशि का ट्रांजैक्शन किया और 15 फरवरी तक उनके बैंक खाते से कुल 6 लाख रुपए निकाल लिए गए.
इस दौरान ट्रांजैक्शन का एक भी मैसेज कमलेश कुमार को मोबाइल पर प्राप्त नहीं हुआ. गुरुवार को किसी काम से जब कमलेश कुमार बैंक पहुंचे और उन्होंने खाते की जानकारी ली तब जाकर उन्हें उनके खाते से हुए लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन का पता चला. इसके बाद कमलेश कुमार ने बैंक प्रबंधन से संपर्क किया तो उन्होंने बनीपार्क थाने में एफआईआर कराने को कहा. इस पर कमलेश कुमार ने बनीपार्क थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है.
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वहीं, कमलेश कुमार के बैंक खाते से 6 लाख रुपए निकालने के बाद ठगों ने 1.25 लाख रुपए की राशि वापस जमा भी करवाई. कमलेश कुमार ने ना तो नेट बैंकिंग का प्रयोग किया है और ना ही यूपीआई का, लेकिन इसके बावजूद भी उनके खाते से यूपीआई ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए लाखों रुपए की राशि निकाली गई. ऐसे में बैंक के किसी कर्मचारी की भी ठगी के इस प्रकरण में मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.