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सेना की मुस्तैदी और शौर्य से भारत ने गलवान घाटी में चीन को दी शिकस्त: कर्नल राज्यवर्धन - राज्यवर्धन सिंह राठौड़

पूर्व केंद्रीय मंत्री और ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने वीसी के जरिए बीजेपी की ओर से आयोजित वक्ता प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित किया. इस दौरान राठौड़ ने कहा कि पीएम मोदी की लीडरशिप में भारत ने गलवान घाटी में चीन को शिकस्त दी है.

statement of Rajyavardhan Rathore, India China fight
राज्यवर्धन राठौड़ ने किया पीएम मोदी का गुणगान
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Published : Jul 28, 2020, 4:04 AM IST

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मजबूत लीडरशिप में भारत ने अनेक मजबूत कदम उठाए हैं, जिससे विश्व में भारत का सम्मान बढ़ा है. सेना की मुस्तैदी और शौर्य से भारत ने गलवान घाटी में चीन को करारी शिकस्त दी है. ये कहना है पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का. राठौड़ वीडियो काॅफ्रेंस से राजस्थान भाजपा की ओर से आयोजित वक्ता प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे. इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अशोक सैनी भी मौजूद थे.

उन्होंने कहा कि दुबरूक-शामुख और दौलत बेग ओल्डी तक 255 किमी ऑल वैदर सड़क बनी है, यह रास्ता लगभग 13 से 16 हजार फिट की उंचाई पर बना है. इससे किसी भी मौसम में भारतीय सैनिकों के पास सामान पहुंचाना और उन्हें रीप्लेस करना बहुत आसान हो जाएगा. चीन की बौखलाहट का मुख्य कारण भी यही है. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि दौलत बेग ओल्डी दुनिया की सबसे ऊंची एयर फील्ड है. इस सड़क की आवश्यकता भारतीय सेना को वर्षों से थी, लेकिन इसका निर्माण नहीं हो पाया. 2014 में मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनते ही इसका कार्य तेजी से शुरू करवाया और अब यह पूरी तरह से बनकर तैयार है.

पढ़ें- सत्ता संघर्ष में व्यस्त गहलोत ने फेरा राजस्थान से मुंह: शेखावत

चीन अब तक तो भारत को डरा धमकाकर अपने लक्ष्य में सफल होता रहा, लेकिन आज नया भारत है. मोदी सरकार है और राष्ट्रवादी सरकार है. आज पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहा है. नए भारत के कारण ही चीन को गलवान घाटी में करारी शिकस्त मिली है. चीन का लक्ष्य भारत के इंफ्राटेक्चर डेवलपमेंट को रोकना है, इसे साउथ एशिया तक ही सीमित रखना और क्वार्टरलेन्डर डायलाॅग में भारत की पार्टनरशिप को कमजोर करना है.

राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत लीडरशिप से विश्व में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है. देश की जनता ने जब मोदी सरकार के काम को देखा तो पाया कि मोदी सरकार की प्राथमिकता भी सेना की भांति ही सबसे पहले देश फिर पार्टी और अंत में स्वयं है, तो इससे जनता में सरकार के प्रति एक विश्वास बना है. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि 2014 से पहले के पांच वर्ष और बाद के पांच वर्ष के कार्यों की तुलना की जाए तो बाॅर्डर एरिया में पहले सड़कों का बजट चार हजार करोड़ था. मोदी ने आते ही इसे बढ़ाकर ग्यारह हजार करोड़ कर दिया. इसी प्रकार जितने पुल 2014 से पहले पांच वर्षों में बने, उसके दुगने पुल 2014 के बाद के पांच वर्षों में ही बना दिए. 33 प्रतिशत अधिक सड़कों का निर्माण भी हुआ है.

पढ़ें- मुख्यमंत्री का प्रशासनिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण निर्णय, जिलों में संभागीय आयुक्त की पर्यवेक्षण व्यवस्था अधिक मजबूत होगी

कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि चीन की नीति साइकोलॉजिकल, मीडिया एवं लीगल वाॅरफेयर की है, इसके तहत यह आपके देश में लोगों से धरना-प्रदर्शन करवाएंगे और सरकार के खिलाफ बयान शुरू हो जाएंगे, जिससे लोगों में सरकार के प्रति विश्वास कम हो जाएगा. कर्नल राज्यवर्धन ने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और चीन के षडयंत्र को विफल करने की अपील की है.

जयपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मजबूत लीडरशिप में भारत ने अनेक मजबूत कदम उठाए हैं, जिससे विश्व में भारत का सम्मान बढ़ा है. सेना की मुस्तैदी और शौर्य से भारत ने गलवान घाटी में चीन को करारी शिकस्त दी है. ये कहना है पूर्व केन्द्रीय मंत्री और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का. राठौड़ वीडियो काॅफ्रेंस से राजस्थान भाजपा की ओर से आयोजित वक्ता प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे. इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष अशोक सैनी भी मौजूद थे.

उन्होंने कहा कि दुबरूक-शामुख और दौलत बेग ओल्डी तक 255 किमी ऑल वैदर सड़क बनी है, यह रास्ता लगभग 13 से 16 हजार फिट की उंचाई पर बना है. इससे किसी भी मौसम में भारतीय सैनिकों के पास सामान पहुंचाना और उन्हें रीप्लेस करना बहुत आसान हो जाएगा. चीन की बौखलाहट का मुख्य कारण भी यही है. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि दौलत बेग ओल्डी दुनिया की सबसे ऊंची एयर फील्ड है. इस सड़क की आवश्यकता भारतीय सेना को वर्षों से थी, लेकिन इसका निर्माण नहीं हो पाया. 2014 में मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनते ही इसका कार्य तेजी से शुरू करवाया और अब यह पूरी तरह से बनकर तैयार है.

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चीन अब तक तो भारत को डरा धमकाकर अपने लक्ष्य में सफल होता रहा, लेकिन आज नया भारत है. मोदी सरकार है और राष्ट्रवादी सरकार है. आज पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहा है. नए भारत के कारण ही चीन को गलवान घाटी में करारी शिकस्त मिली है. चीन का लक्ष्य भारत के इंफ्राटेक्चर डेवलपमेंट को रोकना है, इसे साउथ एशिया तक ही सीमित रखना और क्वार्टरलेन्डर डायलाॅग में भारत की पार्टनरशिप को कमजोर करना है.

राठौड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत लीडरशिप से विश्व में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है. देश की जनता ने जब मोदी सरकार के काम को देखा तो पाया कि मोदी सरकार की प्राथमिकता भी सेना की भांति ही सबसे पहले देश फिर पार्टी और अंत में स्वयं है, तो इससे जनता में सरकार के प्रति एक विश्वास बना है. कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि 2014 से पहले के पांच वर्ष और बाद के पांच वर्ष के कार्यों की तुलना की जाए तो बाॅर्डर एरिया में पहले सड़कों का बजट चार हजार करोड़ था. मोदी ने आते ही इसे बढ़ाकर ग्यारह हजार करोड़ कर दिया. इसी प्रकार जितने पुल 2014 से पहले पांच वर्षों में बने, उसके दुगने पुल 2014 के बाद के पांच वर्षों में ही बना दिए. 33 प्रतिशत अधिक सड़कों का निर्माण भी हुआ है.

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कर्नल राज्यवर्धन ने कहा कि चीन की नीति साइकोलॉजिकल, मीडिया एवं लीगल वाॅरफेयर की है, इसके तहत यह आपके देश में लोगों से धरना-प्रदर्शन करवाएंगे और सरकार के खिलाफ बयान शुरू हो जाएंगे, जिससे लोगों में सरकार के प्रति विश्वास कम हो जाएगा. कर्नल राज्यवर्धन ने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और चीन के षडयंत्र को विफल करने की अपील की है.

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