जयपुर. पूर्व संसदीय सचिव और भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल ने शुक्रवार को एडीजी क्राइम बीएल सोनी को डीजीपी के नाम ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने दौसा के मंडावरी थाना में तैनात समस्त स्टाफ को निलंबित करने की मांग की है.
गोठवाल का आरोप है कि थाने के स्टाफ ने पिछले दिनों सूरतपूरा गांव की हालिया ढाणी में दो परिवारों के बीच हुए झगड़े के बाद उसमें सुलह नहीं करवाई. इसके बजाय पुलिस ने बैरवा समाज के लोगों पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया और महिलाओं के साथ भी मारपीट की. जिसमें कई महिलाओं और पुरुषों को चोट आई है. गोठवाल का आरोप है कि इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लोगों को मारा, लेकिन खुद पुलिस ने अपनी तरफ से इन लोगों के खिलाफ वर्दी फाड़ने, मोबाइल छीनने और मारपीट करने का आरोप लगाया. जिसके चलते कई धाराओं में केस दर्ज किए गए.
गोठवाल के अनुसार यह पूरा घटनाक्रम 15 मई का है और इसमें पुलिस की भूमिका पूरी तरीके से गैर जिम्मेदाराना रही है. ऐसे में उन्होंने मांग की है कि पुलिस महानिदेशक इस पूरे मामले की उच्च स्तर पर निष्पक्ष जांच कराएं और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करें. गोठवाल ने ये भी मांग की कि जो लोग मारपीट में घायल हुए हैं उनकी मेडिकल जांच कराई जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके.
गोठवाल ने चेतावनी दी कि यदि 7 दिन के भीतर दोषियों पर कार्रवाई करते हुए थाने में तैनात स्टाफ को निलंबित नहीं किया गया, तो बैरवा समाज के लोग लॉकडाउन में उच्च स्तर पर एक बड़ा आंदोलन करेंगे. जिसके लिए सरकार और प्रशासन स्वयं जिम्मेदार रहेगी.