ETV Bharat / city

अरण्य भवन में वन विभाग के अधिकारियों की बैठक, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने पर गंभीर चर्चा - Forest Department officials meeting

बाघों की बढ़ती संख्या और बाघ परियोजना में इंसानी दखल के कारण पिछले काफी दिनों से रणथंभौर के बाघों के व्यवहार में भी बदलाव नजर आ रहा है. इससे बाघों में चिड़चिड़ापन और इंसानों के बीच टकराव बढ़ने लगा था. जिसके बाद चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन ने वन विभाग के अधिकारियों और एक्सपर्ट के साथ बैठक की.

Aranya Bhavan jaipur news, अरण्य भवन में बैठक
author img

By

Published : Aug 8, 2019, 11:19 PM IST

जयपुर. वन विभाग के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने अरण्य भवन में आज गुरुवार को वन विभाग के अधिकारियों और एक्सपर्ट के साथ अहम बैठक ली. बैठक में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. वही रणथंबोर के जोन 1 से 5 में फूल डे और आफ डे सफारी बंद करने का निर्णय लिया है. वन विभाग का निर्णय 1 अक्टूबर से प्रदेश के 3 टाइगर रिजर्व पार्क में लागू होगा.

चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक

रणथंभौर के जोन 1 से जोन 5 में फुल डे और आफ डे सफारी को बंद कर दिया जाएगा. बाकी बचे जोन में भी सफारी को सीमित किया जाएगा. 1 अक्टूबर से वन विभाग का निर्णय लागू होगा. बैठक में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने को लेकर भी चर्चा हुई. सरिस्का और रणथंभौर में क्या बदलाव किए जाएं ताकि बाघ संरक्षण को सुनिश्चित किया जा सके. साथ ही बाघों की संख्या में वृद्धि भी हो इस पर भी गंभीर चर्चा की गई.

पढे़ंः विधानसभा में 70 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए एक्सईएन और एईएन

मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में एंक्लोजर तैयार करने और सरिस्का टाइगर पार्क के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई. इसके साथ ही बैठक में ऑनलाइन टिकटिंग की खामियों पर भी चर्चा की गई. बैठक में फैसला लिया गया कि ऑनलाइन टिकटिंग को पुख्ता किया जाएगा और ऑनलाइन बोर्डिंग पास की भी व्यवस्था की जाएगी. जिससे पर्यटकों के मोबाइल पर भी उपलब्ध हो सके. सरिस्का और मुकुंदरा में जो नए रूट खोले जाने हैं उन पर भी चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया गया. जिसे मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा.

जयपुर. वन विभाग के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने अरण्य भवन में आज गुरुवार को वन विभाग के अधिकारियों और एक्सपर्ट के साथ अहम बैठक ली. बैठक में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. वही रणथंबोर के जोन 1 से 5 में फूल डे और आफ डे सफारी बंद करने का निर्णय लिया है. वन विभाग का निर्णय 1 अक्टूबर से प्रदेश के 3 टाइगर रिजर्व पार्क में लागू होगा.

चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक

रणथंभौर के जोन 1 से जोन 5 में फुल डे और आफ डे सफारी को बंद कर दिया जाएगा. बाकी बचे जोन में भी सफारी को सीमित किया जाएगा. 1 अक्टूबर से वन विभाग का निर्णय लागू होगा. बैठक में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने को लेकर भी चर्चा हुई. सरिस्का और रणथंभौर में क्या बदलाव किए जाएं ताकि बाघ संरक्षण को सुनिश्चित किया जा सके. साथ ही बाघों की संख्या में वृद्धि भी हो इस पर भी गंभीर चर्चा की गई.

पढे़ंः विधानसभा में 70 हजार की रिश्वत लेते पकड़े गए एक्सईएन और एईएन

मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में एंक्लोजर तैयार करने और सरिस्का टाइगर पार्क के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई. इसके साथ ही बैठक में ऑनलाइन टिकटिंग की खामियों पर भी चर्चा की गई. बैठक में फैसला लिया गया कि ऑनलाइन टिकटिंग को पुख्ता किया जाएगा और ऑनलाइन बोर्डिंग पास की भी व्यवस्था की जाएगी. जिससे पर्यटकों के मोबाइल पर भी उपलब्ध हो सके. सरिस्का और मुकुंदरा में जो नए रूट खोले जाने हैं उन पर भी चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया गया. जिसे मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा.

Intro:जयपुर
एंकर- वन विभाग के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने अरण्य भवन में आज गुरुवार को वन विभाग के अधिकारियों और एक्सपर्ट के साथ अहम बैठक ली। बैठक में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। वही रणथंबोर के जोन 1 से 5 में फूल डे और आफ डे सफारी बंद करने का निर्णय लिया है। वन विभाग का निर्णय 1 अक्टूबर से प्रदेश के 3 टाइगर रिजर्व पार्क में लागू होगा।


Body:बाघों की बढ़ती संख्या और बाघ परियोजना में इंसानी दखल के कारण पिछले काफी दिनों से रणथंभौर के बाघों के व्यवहार में भी बदलाव नजर आ रहा है। इससे बाघों में चिड़चिड़ापन और इंसानों के बीच टकराव बढ़ने लगा था। जिसके बाद चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन अरिंदम तोमर ने वन विभाग के अधिकारियों और एक्सपर्ट के साथ बैठक की। जिसमें फुल डे और हाफ डे सफारी को लेकर चर्चा की गई। और रणथंभौर के जोन 1 से जोन 5 में फुल डे और आफ डे सफारी को बंद कर दिया जाएगा। बाकी बचे जोन में भी सफारी को सीमित किया जाएगा। 1 अक्टूबर से वन विभाग का निर्णय लागू होगा। बैठक में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में पर्यटन शुरू करने को लेकर भी चर्चा हुई। सरिस्का और रणथंभौर में क्या बदलाव किए जाएं ताकि बाघ संरक्षण को सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही बाघों की संख्या में वृद्धि भी हो इस पर भी गंभीर चर्चा की गई। मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में एंक्लोजर तैयार करने और सरिस्का टाइगर पार्क के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही बैठक में ऑनलाइन टिकटिंग की खामियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में फैसला लिया गया कि ऑनलाइन टिकटिंग को पुख्ता किया जाएगा और ऑनलाइन बोर्डिंग पास की भी व्यवस्था की जाएगी। जिससे पर्यटकों के मोबाइल पर भी उपलब्ध हो सके। सरिस्का और मुकुंदरा में जो नए रूट खोले जाने हैं उन पर भी चर्चा कर प्रस्ताव तैयार किया गया। जिसे मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा।

बाईट- अरिंदम तोमर, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन, वन विभाग







Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.