जयपुर. लगातार बढ़ते जल और वायु प्रदूषण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. इसे लेकर आज प्रदेश के वन और पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों की अहम बैठक ली जिसमें प्रदूषण बढ़ाने वाली ईकाईयों पर सख्ती करने निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को कहा कि प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्री या अन्य इकाइयों पर सख्त कार्रवाई से ही बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश (water and air pollution control) लग सकता है.
बैठक में मंत्री ने पर्यावरण एनओसी सहित एनजीटी गाईडलाइन की सख्ती से पालना के भी निर्देश अधिकारियों को दिए. बैठक के दौरान चौधरी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से पर्यावरण विभाग के अधीन कार्य इकाइयों, उनके कार्यकलाप, राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के लंबित पर्यावरण संबंधी प्रकरणों, पर्यावरण विभाग की ओर से प्रबोधित विभिन्न अधिनियम/नियम, राष्ट्रीय वेटलैंड अथॉरिटी के कार्यकलाप आदि की जानकारी दी गई.
वन मंत्री ने कहा कि उद्योगों को मंजूरी देने की प्रक्रिया को सरल बनाने के साथ-साथ प्राप्त प्रकरणों में तेजी लाई जाए. वायु प्रदूषण संबंधी प्रकरणों में उचित कार्यवाही करते हुए न्यायिक प्रकरणों का समय पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए. साथ ही न्यायालय की ओर से दिए गए निर्देशों की पालना करते हुए खनन गतिविधियों की प्रभावी रोकथाम करने के निर्देश दिए गए . इसके अलावा उन्होंने नदियों में प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम करने के साथ-साथ कपड़ा उद्योगों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने और इसकी रोकथाम की आवश्यकता जताई .