जयपुर. कोरोना काल के दो साल बाद राजधानी जयपुर में राजस्थान दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जा रहा है. 2 साल बाद राजस्थानी कलाकारों को सरकार ने प्लेटफार्म दिया है. कोरोना संकट के दौर में लोक कलाकार काफी परेशान थे. ऐसे में लोग कलाकारों के लिए भी यह अच्छा मौका है कि राजस्थान दिवस समारोह में अपनी प्रस्तुतियां दे पा रहे हैं.
कोरोना संकट के दौर में सभी की स्थितियां काफी खराब रहीं. लोग बेरोजगार हो गए. इससे लोक कलाकार भी अछूते नहीं रहे. कलाकारों को दो वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज होना पड़ गया. 2 साल तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन नहीं होने की वजह से लोक कलाकारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इस दौरान उन्हें कला के प्रदर्शन का कोई प्लेटफार्म नहीं मिला. बेरोजगारी के दौर में कलाकारों ने रिक्शा चलाने और मजदूरी करने जैसे काम कर घर चलाए.
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राजस्थान दिवस के अवसर पर पर्यटन विभाग की ओर से पर्यटक स्थलों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया (Cultural programs on Rajasthan Diwas) गया. साथ ही राजस्थान दिवस की शाम को अल्बर्ट हॉल पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जा रहा है. राजस्थान दिवस समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे. सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सैकड़ों लोक कलाकारों को प्रस्तुतियां देने का मौका मिला है. इस पर कलाकारों ने कहा कि लोक कलाकारों को रोजगार मिला है, मानो कि आज हमारी दिवाली है.
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लोक कलाकार तेजपाल नागौरी ने बताया कि कोरोना संकट के दौर में अन्न के मोहताज लोक कलाकार दर-दर भटकने को मजबूर हो (Folk artists remained jobless during Corona times) गए. कई कलाकारों की हालात तो यह हो गए थे कि अगर एक टाइम खाना खा लिया तो दूसरे टाइम खाना नहीं मिल पाता था. कलाकार बेरोजगार हो कर मजदूरी करने लग गए और रिक्शा चलाने लग गए. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से ऐसे कार्यक्रम आयोजित होते रहे, तो लोक कलाकारों को भी रोजगार मिलता रहेगा. बता दें कि राजधानी जयपुर के तमाम पर्यटक स्थलों आमेर महल, अल्बर्ट हॉल, हवा महल, जंतर मंतर, नाहरगढ़ फोर्ट समेत अन्य स्थलों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. लोक कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियां देकर पर्यटकों का मन मोह लिया.
राजस्थान दिवस पर पर्यटकों ने सरकार से अपील की है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाने चाहिए. पर्यटकों ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के साथ अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं. इन पर लगाम लगाई जानी चाहिए. ताकि घर से बाहर निकलते समय महिलाएं और बालिकाएं अपने आपको असुरक्षित नहीं समझें. अपराधियों को कठोर से कठोर दंड दिया जाना चाहिए. राजस्थान दिवस के अवसर पर जयपुर में पहुंचे पर्यटकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जमकर आनंद लिया. प्रदेश के स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रखा गया है. आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि पर्यटन विभाग के सौजन्य से कालबेलिया नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य, शास्त्रीय संगीत समेत कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. टूरिस्ट गाइड महेश कुमार शर्मा ने बताया कि राजस्थान दिवस पर लोक कलाकारों को अच्छा प्लेटफार्म दिया गया है. लोक कलाकारों के साथ पर्यटक भी एंजॉय कर रहे हैं.