जयपुर. राजधानी के स्टेचू सर्किल पर फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट डॉक्टर्स ने पासिंग प्रतिशत कम करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. आईएफएमजी वेलफेयर और एमसीआई गुरुकुल ट्रस्ट के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपनी आवाज बुलंद की.
एफ.एम.जी.ई के अध्यक्ष डॉक्टर भूपेंद्र चौरसिया और नीरज चौरसिया ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी भारतियों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और डॉक्टर्स पहुंचाने का सपना देखा है, खास करके ग्रामीण इलाकों में. इसके लिए विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की थी. जिसका लाभ करोड़ों भारतियों को मिला. वहीं, विदेश में 5 साल मेडिकल कोर्स पूरा कर भारत में सेवा देने के लिए FMGE डॉक्टर्स देश में सेवा देने को तैयार हैं. लेकिन उन मेडिकल छात्रों के सामने कई तरह की समस्याएं आ रही हैं.
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FMGE डॉक्टर्स ने मांग है कि, FMGE छात्रों को MCI की तरफ से जो परीक्षाएं ली जाती हैं, उसमें मात्र 10 प्रतिशत छात्र ही उत्तीर्ण हो पाते हैं. ऐसे में इस पैटर्न का सरलीकरण किया जाना चाहिए. जिससे अधिकतम छात्रों को सेवा करने का मौका मिल सके. वहीं, कोरोना महामारी के चलते PG के विद्यार्थियों के लिए योग्यता 50 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दी गई है. ऐसे में FMGE छात्रों के लिए भी योग्यता 30 प्रतिशत किया जाना चाहिए. इसके अलावा FMGE दिसंबर 2019, FMGE जून 2020 और भविष्य में होने वाली परीक्षाओं को इसमें शामिल किया जाना चाहिए. जिससे कोरोना काल में डॉक्टरों की कमी खत्म होगी और इनका उपयोग भी किया जा सकता है.