जयपुर. साल 2011 के बाद अब एक बार फिर देश की जनसंख्या की गणना शुरू होगी. इस काम को केंद्र सरकार ने दो भागों में बांटा है. भारत की जनगणना 2021 से संबंधित मकान सूचीकरण का काम 1 अप्रैल 2020 से शुरू होगा. जो 30 सितंबर 2020 तक चलेगा. इसके बाद 9 फरवरी 2021 में जनगणना का दूसरा चरण शुरू होगा.
जयपुर में इस काम की जिम्मेदारी नगर निगम कमिश्नर को सौंपी गई है. आयुक्त को प्रमुख जनगणना अधिकारी नियुक्त किया गया है. जबकि अतिरिक्त आयुक्त और सभी जोन उपायुक्तों को नगर जनगणना अधिकारी, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रार को उपनगर जनगणना अधिकारी और समन्वयक बनाया गया है.
इस संबंध में रजिस्ट्रार प्रदीप पारीक ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों को जनगणना के काम में लिया जाएगा. विशेष रूप से शिक्षक और कार्यालय में मौजूद सहायक कर्मचारियों को लगाया जाएगा. 800 से 1000 की जनसंख्या पर एक प्रगणक होगा. और 3 से 6 प्रगणक पर एक सुपरवाइजर नियुक्त किया जाएगा.
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वहीं मकानों की गणना अनुसूचियां के माध्यम से जानकारी एकत्र करने के लिए आम जनता से 31 सवाल पूछे जाएंगे. जिनमें मकान नंबर, मकान के हालात, परिवार से जुड़ी जानकारी, शौचालय, वाहन, विद्युत उपकरण और गैस कनेक्शन जैसे सवाल शामिल होंगे.
ये हैं वो 31 सवाल
- भवन नंबर (नगर या स्थानीय प्राधिकरण अथवा जनगणना नंबर)
- जनगणना मकान नंबर
- जनगणना मकान के फर्श, दीवार तथा छत में प्रयुक्त प्रमुख सामग्री
- जनगणना मकान के उपयोग
- जनगणना मकान की हालत
- परिवार क्रमांक
- परिवार में सामान्यतः रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या
- परिवार के मुखिया का नाम
- परिवार के मुखिया का लिंग
- क्या परिवार का मुखिया अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य से संबंधित है
- मकान के स्वामित्व की स्थिति
- परिवार के पास रहने के लिए उपलब्ध कमरों की संख्या
- परिवार में रहने वाले विवाहित संपत्तियों की संख्या
- पेयजल का मुख्य स्रोत
- पेयजल स्त्रोत की उपलब्धता
- प्रकाश का मुख्य स्त्रोत
- शौचालय की सुलभता
- शौचालय का प्रकार
- गंदे पानी की निकासी
- स्नान गृह की उपलब्धता
- रसोईघर और एलपीजी/पीएनजी कनेक्शन की उपलब्धता
- खाना पकाने के लिए प्रयुक्त मुख्य इंधन
- रेडियो/ट्रांजिस्टर
- टेलीविजन
- इंटरनेट सुविधा
- लैपटॉप/कंप्यूटर
- टेलीफोन/मोबाइल फोन/स्मार्टफोन
- साइकिल/स्कूटर/मोटरसाइकिल/मोपेड
- कार/जीप/वेन
- परिवार द्वारा उपभोग किया जाने वाला मुख्य अनाज
- मोबाइल नंबर (केवल जनगणना संबंधी संसूचना के लिए)
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माना जा रहा था की जयपुर, जोधपुर और कोटा में वार्डों के परिसीमन का काम देरी के होने के चलते जनगणना पर असर होगा. लेकिन स्वायत्त शासन विभाग की ओर से समय रहते नए वार्डों का रिकार्ड जमा कराए जाने के बाद इन कयासों पर भी विराम लगा. वहीं अब अप्रैल में जनगणना का पहला चरण शुरू भी हो जाएगा.