जयपुर. राजधानी सहित प्रदेश के कई शहर लगातार हॉरिजॉन्टल और वर्टिकल बढ़ते जा रहे हैं. इसी के अनुसार अब फायर वाहनों को भी बढ़ाया जा रहा है, लेकिन इन फायर वाहनों को चलाने वाले चालक और कर्मचारियों की संख्या पर ब्रेक लगा हुआ है.
बता दें कि साल 2015 में स्वायत्त शासन विभाग ने सभी नगरीय निकायों को मद्देनजर रखते हुए फायर वाहन चालकों की भर्तियां निकाली, लेकिन वो अभी भी अधर में लटकी हुई है. फिलहाल, फायर ब्रिगेड अस्थाई कर्मचारियों के भरोसे चल रही है.
अधर में लटकी है नियुक्तियां
स्वायत्त शासन विभाग की ओर से निकाली गई फायर ब्रिगेड चालकों की भर्ती का परीक्षा परिणाम अबतक अधर में लटका हुआ है. साल 2015 में स्वायत्त शासन विभाग ने प्रदेश के तत्कालीन 191 निकायों में फायर ब्रिगेड चालक के 193 पदों की भर्ती जारी की थी. इस भर्ती में विभाग की ओर से परीक्षा और साक्षात्कार भी करा लिया गया, लेकिन अब तक नियुक्ति नहीं दी गई है.
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इसके बाद से प्रदेश में नगरीय निकायों की संख्या भी बढ़ी, शहर का क्षेत्रफल भी बढ़ा और बड़े शहरों में इमारतों का कद भी बढ़ता ही जा रहा है. इसके मद्देनजर फायर डिपार्टमेंट को मजबूत करने के लिए छोटे-बड़े फायर वाहन और एएचएलपी भी खरीदे जा रहे हैं.
राजधानी जयपुर की बात की जाए तो यहां:
- फायर स्टेशन- 10
- फायर वाहन- छोटी दमकल (13), बड़ी दमकल (45), एचएलपी (1)
- फायर बाइक- 20
- अधिकारी- CFO (1), FO (1), AFO (6)
- फायरमैन लीडिंग- स्थाई फायरमैन (153), स्थाई ड्राइवर (4)
- अस्थाई फायरमैन- 150
- अस्थाई ड्राइवर- 50
- रिक्त पद- FO (1), AFO (2)
राजधानी के फायर डिपार्टमेंट के ये आंकड़े बयां करते हैं कि यहां फायर ब्रिगेड अस्थाई कर्मचारियों के भरोसे चल रही है. खास करके फायर वाहन चालक की तो महज 4 ही स्थाई पोस्ट है, जबकि 50 वाहन चालक अस्थाई तौर पर सेवाएं दे रहे हैं. इस संबंध में सीएफओ जगदीश फुलवारी का कहना है कि जयपुर के फायर स्टेशन कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं.
अभी भी चल रहा पुराना स्टाफिंग पैटर्न
सीएफओ जगदीश फुलवारी ने बताया कि वर्तमान में पुराना स्टाफिंग पैटर्न चल रहा है. फिलहाल 169 फायरमैन सैंक्शन हैं. उन्होंने बताया कि सरकार जल्द 600 फायरमैन और 29 AFO (Assistant Fire Officer) की भर्ती करने जा रही है. साथ ही 193 ड्राइवर भी प्राप्त होंगे, लेकिन इसके लिए अभी इंतजार करना होगा.
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फुलवारी ने बताया कि अभी सरकार ने संविदा पर भर्तियों के निर्देश दे रखे हैं, उसी के अनुसार समय-समय पर फायरमैन और फायर वाहन चालकों को लगाया जाता है. जगदीश फुलवारी ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से प्राथमिकता पर जयपुर को प्रशिक्षित फायरमैन और फायर वाहन चालकों की आवश्यकता है, ताकि जयपुर में आपात स्थिति में वो मददगार साबित हो सकें.