जयपुर. कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में डर का माहौल बना हुआ है. लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने की वजह से कई लोगों के सामने आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है. लॉक डाउन के चलते पर्यटन व्यवसाय भी पूरी तरह से ठप हो चुका है. ऐसे में होटल कर्मचारियों के सामने भी समस्याएं खड़ी हो रही है. कई होटल कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के कारण वो भी परेशान हैं.
राजधानी जयपुर के आमेर इलाके में एक निजी होटल के कर्मचारियों को अप्रैल महीने का वेतन नहीं मिल सका है, जिससे उन्हें आर्थिक समस्या हो रही है. किराए पर कमरा लेकर रहने वाले होटल के सिक्योरिटी कर्मचारियों को राशन सामग्री की समस्या भी हो रही है. बताया जा रहा है कि अप्रैल महीने के वेतन देने के लिए होटल कर्मियों ने जनरल मैनेजर से शिकायत की गई। लेकिन, लॉकडाउन में होटल बंद होने का हवाला देकर होटल प्रशासन ने वेतन देने से इनकार कर दिया.
आमेर इलाके के दिल्ली रोड स्थित एक निजी होटल कर्मी विवेकानंद तिवारी ने बताया कि एक साल से होटल में सिक्योरिटी का काम कर रहे हैं. होटल के उच्च अधिकारियों से वेतन नहीं मिलने की शिकायत भी की. लेकिन, होटल के जनरल मैनेजर ने कर्मचारियों को वेतन नहीं देने की बात कही है. उनके मुताबिक होटल में करीब 155 लोग विभिन्न पदों पर कार्यरत है. लेकिन, होटल प्रशासन ने होटल कर्मियों में भेदभाव करते हुए करीब 55 होटल कर्मियों को वेतन नहीं दिया.
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने सभी निजी व्यवसायियों को लॉकडाउन के दौरान कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कहा है. लेकिन, निजी व्यवसायी राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए कर्मचारियों को वेतन देने से इंकार कर रहे हैं. ऐसे में निजी कर्मचारियों के सामने बड़ी आर्थिक समस्या खड़ी हो गई है.