जयपुर. सर्दी के दौरान किसानों को रबी की फसलों में पानी देने के लिए वर्तमान में ब्लॉक बनाकर दिन और रात में बिजली की सप्लाई की जाती है. लेकिन सरकार की कुसुम योजना और भारत सरकार के जरिए अब दिन में बिजली देने की कार्य योजना शुरू की जा रही है.
दावा यह भी है कि अगले 3 साल में प्रदेश के किसानों को रात की कड़ाके की ठंड में खेत में काम करने की जरुरत नहीं रहेगी. क्योंकि डिस्कॉम किसानों को रात की वजह दिन में ही बिजली उपलब्ध करवा देगा. जयपुर डिस्कॉम के एमडी एके गुप्ता ने बताया कि सोलर एनर्जी के माध्यम से किसानों के बिजली दी जाएगी. उनके अनुसार अभी किसानों को रात में करीब 4 हजार मेगा वाट बिजली की आवश्यकता होती है, लेकिन इस योजना के तहत इस बिजली का इंतजाम दिन में सोलर एनर्जी के माध्यम से किया जाएगा. गुप्ता के अनुसार मार्च 2020 तक कुसुम योजना में 325 मेगावाट सोलर एनर्जी भारत सरकार ने राजस्थान को दी थी, जिसे बढ़ाकर 475 मेगावाट कर दिया गया है.
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12 सौ करोड़ खर्च होने का है अनुमान...
सोलर एनर्जी के जरिए किसानों को दिन में 4 हजार मेगावाट बिजली दिए जाने की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उस योजना के एक कंपनी जिसमें किसानों के खेत पर आधा मेगावाट से 2 मेगावाट सोलर एनर्जी के सोलर पैनल लगाए जा सकेंगे. गुप्ता के अनुसार 33 केवी सब स्टेशनों और फीडर्स को विकसित किया जाएगा. जिसमें ट्रासफार्मस की कैपीसीटी बढ़ाई जाएगी और इसमें 12 सौ करोड़ खर्च होने का अनुमान है. इसकी डीपीआर बनाकर भारत सरकार को भेज दी है.
बहरहाल, सालों से किसान रबी की फसलों के लिए दिन में बिजली देने की मांग करते आए हैं. ऐसे में अब उम्मीद की जानी चाहिए कि किसानों को दिन में बिजली मिल सके. ताकि उन्हें सर्द रात में खेत में जाने की आवश्यकता नहीं पडे़.