जयपुर. कोरोना महामारी के चलते एक तरफ जब विश्व की अर्थव्यवस्था गड़बड़ाई हुई है. उसका असर जयपुर हवाई अड्डे से जाने वाले कार्गो पर भी पड़ा है. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पिछले 4 माह में अंतरराष्ट्रीय कार्गो का एक्सपोर्ट जीरो रहा है. हालांकि, घरेलू कार्गो लोड में जयपुर एयरपोर्ट काफी बेहतर रहा है. वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट का आवागमन 30 सितंबर तक के लिए बंद है, लेकिन जयपुर समेत देश के 20 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से वंदे भारत मिशन और एयर बबल के रूप में ईवे एक्शन फ्लाइट संचालित की जा रही है.
जयपुर एयरपोर्ट से भी पिछले 3 माह से ज्यादा समय में करीब 170 इंटरनेशनल फ्लाइट संचालित हो चुकी है, लेकिन जयपुर से संचालित हो रही इन फ्लाइट्स में अभी तक इंटरनेशनल कार्गो की बुकिंग नहीं हो रही है. इसके पीछे प्रमुख कारण यह माना जा रहा है कि जयपुर से मुख्य रूप से दक्षिण-पूर्व एशिया के बैंकॉक, सिंगापुर और हांगकांग आदि विदेशी शहरों के लिए ही जेम्स एंड ज्वेलरी का कार्गो एक्सपोर्ट होता है, लेकिन इन सभी शहरों के लिए फिलहाल जयपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट नहीं चल रही है.
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जयपुर से मुख्य रूप से कजाकिस्तान, दुबई, शारजाह, मस्कट और कुवैत सिटी आदि के लिए ही फ्लाइट चल रही है, जबकि इन देशों में अभी कार्गो बुकिंग नहीं हो पा रही है. हालांकि, घरेलू बाजार में जयपुर एयरपोर्ट से कार्गो की डिमांड अच्छी बनी हुई है. जुलाई माह में जयपुर एयरपोर्ट गोवा लखनऊ जैसे एयरपोर्ट से घरेलू कार्गो भेजने में आगे रहा है.
जयपुर एयरपोर्ट से कार्गो मूवमेंट
- जयपुर एयरपोर्ट से जुलाई माह में कोई अंतरराष्ट्रीय कार्गो नहीं भेजा गया.
- पिछले साल जुलाई में 180 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो भेजा गया था.
- पिछले साल अप्रैल से जुलाई तक 792 मीट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो भेजा गया था.
- इस साल अभी तक अंतरराष्ट्रीय कार्गो का एक्सपोर्ट जीरो रहा है.
इंटरनेशनल कार्गो के मामले में जयपुर अपने से कहीं छोटे एयरपोर्ट जैसे लखनऊ, भुवनेश्वर कोझीकोड, कोयंबटूर, अमृतसर और मंगलुरू से पीछे है.
- जयपुर से इस साल जुलाई में 879 मीट्रिक टन घरेलू कार्गो भेजा गया.
- पिछले साल जुलाई में 1328 मीट्रिक टन कार्गो भेजा गया था.
- कुल घरेलू कार्गो के मामलों में जयपुर एयरपोर्ट लखनऊ और गोवा एयरपोर्ट से आगे रहा है.
- घरेलू कार्गो में जयपुर भुवनेश्वर, कोझीकोड, कोयंबटूर, अमृतसर, मंगलुरू और त्रिवेंद्रम से आगे है.
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विमानन सेवा से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो अक्टूबर माह से कई इंटरनेशनल शहरों के लिए फ्लाइट शुरू हो सकती है. ऐसे में जयपुर से अंतरराष्ट्रीय कार्गो की डिमांड भी बढ़ेगी. अक्टूबर माह के अंतिम रविवार से जब फ्लाइट्स का विंटर शेड्यूल लागू होगा. उसमें बैंकॉक कुआलालंपुर और सिंगापुर जैसे शहरों के लिए फिर से फ्लाइट शुरू होने की संभावना रहेगी. ऐसे में जयपुर से अंतरराष्ट्रीय कार्गो का एक्सपोर्ट भी बेहतर होने की उम्मीद है और इसी उम्मीद से जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन टर्मिनल वन पर नई कार्गो बिल्डिंग का निर्माण कार्य तेजी से पूरा करवा रहा है.