जयपुर. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश कर दिया है. इस बजट के जरिये ग्रोथ को मजबूत करने पर फोकस किया गया. इंफ्रा और कैपिटल गुड्स सेक्टर के लिए यह पॉजिटिव है. किसी भी तरह का नया टैक्स नहीं लगा है.
केंद्रीय बजट पर विशेषज्ञों की राय : एक्सपर्ट कहते हैं कि लॉन्ग टर्म देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए आज यह बजट (Budget to strengthen the countrys economy in the long term) पेश किया गया है. हालांकि बजट स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होने से आम व्यक्ति को निराशा हाथ लगी है. बजट एक्सपर्ट अभिषेक शर्मा ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़े आत्मविश्वास के साथ बजट पेश किया. हमें उम्मीद थी कि इंडिजुअल टैक्स स्लैब में चेंज देखने को मिलेगा. वह देखने को नहीं मिला. लेकिन जिस तरीके से बजट पेश किया गया है, उसे देखने पर लगता है कि यह लंबे समय के विजन के हिसाब से पेश किया गया बजट है.
अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती : यह बजट अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर जिन लोगों के मन में अलग-अलग विचार चल रहे थे, उसको खत्म किया गया है. क्रिप्टो करेंसी पर 30 फीसदी टैक्स सरकार लगा रही है. साथ ही 1 फीसदी टीडीएस भी लगेगा. निश्चित रूप से इससे एक अलग मैसेज दिया है. साथ ही आरबीआई भी नई तरीके से डिजिटल करेंसी लेकर आ रहा है, नई क्रांति हो रही है.
सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन हुआ : अभिषेक ने कहा कि जीएसटी की अगर बात करें तो वित्त मंत्री ने बताया कि इस बार सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन हुआ है. इससे समझ में आता है कि कोरोना काल के बाद भी जिस तरीके से जीएसटी कलेक्शन हुआ है, उससे साफ हो गया है की अब हमारी अर्थव्यवस्था में सुधार हो गया. स्टार्टअप को लेकर जो राहत दी है और नई इंडस्ट्री को लेकर जो निर्णय लिए गए है, उससे बिजनेस को ग्रोथ होने में लाभ मिलेगा.
उद्योग को इससे फायदा मिलेगा. अभिषेक शर्मा ने कहा कि यह सही है कि जिस तरह से आम आदमी को इस बजट से जो उम्मीदें थी, उन्हें जरूर निराशा हाथ लगी है. इसमें खासतौर से टैक्स स्लैब को लेकर कोई बदलाव नहीं किया है, उससे आम आदमी को निराश होना पड़ा है.