जयपुर. राजधानी को एक बेहतरीन शहरी क्षेत्र बनाने का लक्ष्य लेकर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावत ने कहा कि चल रहे ग्रेटर नगर निगम के बोर्ड का एक विजन है, जिसे जन सहभागिता से पूरा किया जाएगा. ईटीवी भारत से खास बातचीत में ग्रेटर नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावत ने कहा कि सफाई, रोड लाइट, सीवर लाइन, पार्क ये प्राथमिक अपेक्षाएं होती हैं. इन सभी को पूरा करने के साथ-साथ जयपुर की विशिष्टता को बनाए रखते हुए इसे आधुनिक शहर बनाने की एक कल्पना है, जिसे पूरा किया जाएगा.
डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण बड़ी चुनौती
शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण (door-to-door waste collection in Jaipur)पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. बीवीजी कंपनी के हूपर हर घर तक नहीं पहुंच रहे. इस सवाल का जवाब देते हुए पुनीत कर्णावत ने माना कि बीवीजी से जिस तरह के काम की अपेक्षा की गई थी, वैसा हो नहीं पा रहा. बीवीजी की समस्याओं को समझने की भी कोशिश की जा रही है लेकिन उन्हें निर्देशित भी किया गया है कि प्रत्येक घर तक पहुंचना उनकी जिम्मेदारी है. इस संबंध में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम इंस्टॉल करने के भी निर्देश दिए जा चुके हैं. जो अब तक नहीं किया गया है, ऐसे में अब उन्हें एक समय सीमा दी जाएगी. जिसमें उन्हें वीटीएस इंस्टॉल करना होगा.
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साथ ही पुनीत कर्णावत ने कहा कि इसका एक कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा. जिससे ये पता चले कि कौन सी गाड़ी, किस क्षेत्र में, कितने लंबे समय तक चली है या नहीं चली है. वहीं उन्होंने सेग्रीगेशन को लेकर आम जनता से भी अपील की कि शहर हम सबका है, नगर निगम एक एजेंसी मात्र है. नगर निगम बेहतर काम करेगा और शहरवासी उस में सहयोग करेंगे तो जयपुर एक खूबसूरत शहर के रूप में सामने होगा. यहां की ग्रोथ सेल्फ सस्टेनेबल हो और निरंतर बनी रहे, इसके लिए जन सहभागिता के साथ काम किया जाएगा.
सड़कों पर घूमते आवारा पशु प्रबंधन पर उठाते सवाल
शहर में पशु प्रबंधन एक चुनौती बनी हुई है. जिस पर पुनीत कर्णावत ने कहा कि ये किसी भी बढ़ते हुए शहर की बड़ी समस्या है. आवारा पशुओं से यातायात, आम आदमी सभी प्रभावित होते हैं और सुरक्षा की दृष्टि से भी ये ठीक नहीं. इस संबंध में डिटेल में वर्किंग करने की कोशिश की है. लोग पालतू गायों को सड़कों पर छोड़ देते हैं. ऐसे में कार्य प्रणाली को और दुरुस्त करने की आवश्यकता है. हिंगोनिया गौशाला के अतिरिक्त भी दूसरी गौशालाओं से भी आग्रह किया जाएगा कि वो असहाय गौ माता को लें और उनका लालन-पालन करें.
स्ट्रीट लाइट की पेंडिंग शिकायतों की लंबी फेहरिस्त
शहर के लिए एक बड़ी समस्या स्ट्रीट लाइट की भी है. पेंडिंग शिकायतों में भी इसकी एक लंबी फेहरिस्त है. जिसे लेकर पुनीत कर्णावत ने कहा कि स्ट्रीट लाइट को लेकर कई एजेंसी काम कर रही हैं. पूरे शहर को एलईडी लाइट में कन्वर्ट किया गया है लेकिन मेंटेनेंस के पार्ट पर अभी काफी समस्याएं आ रही हैं. हालांकि, अब संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं और आगामी 15 दिनों में शहर में बची हुई एलईडी लाइट्स लग जाएंगी.
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उप महापौर ने कहा कि वहीं मेंटेनेंस की जो प्रॉब्लम है, इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा और दोनों कंपनियों को भी कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे रोड लाइट की समस्याओं का समाधान किया जा सके.
बहरहाल, नगर निगम प्रशासन के सामने समस्याएं कई हैं. कई चुनौतियां भी हैं. इसे लेकर ग्रेटर नगर निगम के उपमहापौर पुनीत कर्णावत ने शहर को जन सहयोग से आधुनिक बनाने का एक विजन पेश किया है. देखने वाली बात होगी कि इस विजन को धरातल पर उतारने में ये बोर्ड कितना सफल होता है.