जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रहे पॉलिटिकल ड्रामे के बीच अब भाजपा विधायक भी होटल में कैद हो चुके हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने साफ कर दिया है कि इस चुनाव में की गई हर गलती की सजा चुकानी होगी और गलती करने वाले विधायक कुछ सेकंड भी भाजपा में नहीं रह पाएंगे. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि निर्दलीय विधायकों से भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में वोट देने की अपील की है.
'गलती हुई तो पार्टी से होंगे बाहर'
सतीश पूनिया ने बातचीत में कहा कि इन चुनाव में मतदान को लेकर प्रशिक्षण दो बार या चार बार नहीं बल्कि बार-बार करो. लेकिन वोटिंग के दौरान यदि कोई गलती हुई, तो उसकी सजा पार्टी से बाहर का रास्ता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी विधायक दल एकजुट है और किसी भी प्रकार की ऐसी संभावना बिल्कुल नहीं होगी. लेकिन मतदान से पहले पूनिया की यह चेतावनी काफी अहम मानी जा रही है.
'सरकार के कामकाज से नाखुश निर्दलीय विधायकों से की अपील'
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस समय हमें वोट की जरूरत है और हमने ऐसी स्थिति में निर्दलीय विधायकों से लेकर उन तमाम विधायकों से अपील की है, जो सरकार के कामकाज से नाखुश हैं. भाजपा को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों को भाजपा की सरकार में आने के बाद क्या मिलेगा या नहीं यह बात की बात है. लेकिन अभी हमें जरूरत है और यह तमाम निर्दलीय विधायक बीजेपी और कांग्रेस को हराकर विधायक बने हैं. ऐसे में इनका अपना वजूद है और हम इन से अपील भी करते हैं.
वसुंधरा के नजदीकी विधायकों से भी अपील
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान जब सतीश पूनिया से पूछा गया कि निर्दलीय विधायकों में कुछ विधायक ऐसे भी है जो पिछली भाजपा सरकार में वसुंधरा राजे के नजदीकी रहे थे, फिर चाहे ओम प्रकाश हुडला हो या सुरेश टांक, क्या यह विधायक भाजपा को सपोर्ट दे सकते हैं या वसुंधरा राजे इस दिशा में कोई काम कर रही हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आप यदि पिछले दिनों की कवायद देखेंगे, तो आपको साफ हो जाएगा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने विधायकों से ज्यादा डोरे डालने का काम इन विधायकों पर किया. कांग्रेस के विधायकों के काम नहीं किए, लेकिन इन विधायकों पर डोरे डाल कर इनके काम कराए. पूनिया ने कहा कि हमने इन विधायकों से भी समर्थन की अपील की है.
'19 जून तक हमारे हाथ बंधे हैं, उसके बाद हम बहुत कुछ करेंगे'
सतीश पूनिया ने 19 जून को राज्यसभा के चुनाव होने के बाद कुछ बड़ा आंदोलन शुरू करने के संकेत भी दिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता कहते हैं 19 जून के बाद वह बहुत कुछ खुलासा करेंगे. हम चुप हैं क्योंकि 19 जून तक हमारे भी हाथ बंधे हुए हैं और उसके बाद हम भी बहुत कुछ करने वाले हैं.
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उन्होंने कहा कांग्रेस के खरीद-फरोख्त के आरोप बेबुनियाद हैं और उन्होंने इस प्रकार के आरोप लगाकर अपने ही विधायकों को बिकाऊ बता दिया. सतीश पूनिया ने इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी निशाना साधा और कहा कि इस पूरे पॉलिटिकल ड्रामा के जरिए वह अपने आलाकमान के सामने बहुत ही बड़ा साबित करना चाहते हैं और सचिन पायलट को इस बहाने खलनायक के रूप में पेश करना चाहते हैं.
'कांग्रेस ने भाजपा पर उंगली उठाई, खुद का पुराना इतिहास नहीं देखा'
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने इन चुनावों में खरीद-फरोख्त को लेकर भाजपा पर उंगली उठाई थी. लेकिन कांग्रेस अपने पुराने इतिहास को ना भूले. 90 के दशक में भैरों सिंह की सरकार गिराने के लिए किस प्रकार की कवायद की गई थी, वह सबके सामने है.
वहीं, पिछले चुनावों में कमल मोरारका को निर्दलीय के तौर पर चुनाव में उतार कर खरीद-फरोख्त का क्या गेम चला था, वह भी सबके सामने है. सतीश पूनिया ने कहा बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीयों की बैसाखी पर काम करने वाली अशोक गहलोत सरकार आरोप लगाने से पहले कांग्रेस पार्टी का पुराना इतिहास जरूर देख ले.
'वसुंधरा राजे 18 जून को कैंप में होंगी शामिल'
सतीश पूनिया से जब पूछा गया कि भाजपा विधायक दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल सहित करीब 10 विधायक विधायक शामिल क्यों नहीं हुए, तो उन्होंने कहा कि वसुंधरा जी 18 जून को विधायकों के कैंप में शामिल होंगी. साथ ही जो विधायक उम्र दराज हैं, उन्हें इस कैंप में शामिल नहीं होने की छूट दी गई है. पूनिया ने कहा कि RLP के दो विधायक रास्ते में थे, जिसके चलते वे विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हो पाए. लेकिन विधायक भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में ही अपना वोट देंगे.