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Rajasthan Assembly session 2022: शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर बहस में गहलोत सरकार पर बरसे पूर्व मंत्री देवनानी, कही यह बड़ी बात..

राजस्थान विधानसभा में सोमवार को शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी मौजूदा सरकार पर जमकर (Vasudev Devnani targets Gehlot govt in Assembly) बरसे. उन्होंने रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच की मांग दोहराते हुए आरोपियों के नार्को टेस्ट की मांग की. इस दौरान देवनानी ने डोटासरा, राजीव गांधी स्टडी सर्किल पर भी निशाना साधा.

Vasudev Devnani targets Gehlot govt in Assembly
वासुदेव देवनानी ने साधा गहलोत सरकार पर निशाना
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Published : Mar 7, 2022, 5:23 PM IST

Updated : Mar 7, 2022, 11:04 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी गहलोत सरकार और कांग्रेस पर जमकर बरसे. देवनानी ने शिक्षा विभाग की कमियों को गिनाया. साथ ही रीट मामले में सीबीआई जांच की मांग को दोहराते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बर्खास्त अध्यक्ष डीपी जारोली और लिप्त लोगों के नार्को टेस्ट करवाने तक की मांग कर (Vasudev Devnani demands Narco Test of REET paper leak accused) डाली.

3 साल में पाताल लोक में गायब हो गई शिक्षा: सदन में अनुदान मांगों पर बहस के दौरान देवनानी ने कहा कि मौजूदा सरकार के 3 साल के कार्यकाल में राजस्थान में शिक्षा पाताल लोक में गायब हो गई है. ना स्कूल और कॉलेज भवन हैं और ना ही इनमें पढ़ाने वाले शिक्षक. पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि हालात यह है कि महात्मा गांधी स्कूल में नए फैकल्टी रखी नहीं और पुरानी हिंदी मीडियम स्कूल को ही बदलकर इंग्लिश मीडियम कर दिया. साथ ही आज 18632 स्कूल ऐसे हैं, जहां बिजली के कनेक्शन ही नहीं हैं.

पढ़ें: विधायक को सवाल लंबा खींचने से रोका, तो बोले-'हुकुम बेरहम हैं', स्पीकर बोले-बेरहम ही कह दिया तो बचा क्या... जानिए पूरा माजरा

देवदानी ने स्कूलों में बिजली पानी के बिल निशुल्क करने की मांग भी की. देवनानी ने कहा आज उच्च शिक्षा में राजस्थान का प्रदर्शन गुणवत्ता के आधार पर बेहद खराब है. देवनानी ने एनआईआरएफ की रिपोर्ट का उदाहरण देते हुए यह बात कही. साथ ही नेट से बाहर अधिकतर महाविद्यालय का उदाहरण भी दिया. देवनानी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में 80 प्रतिशत कॉलेज बिना प्रिंसिपल के चल रहे हैं. 372 में से केवल 70 में ही प्रिंसिपल हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिन दिवंगत विधायकों के नाम पर कॉलेज खोले थे, वहां पर भी परमानेंट फैकेल्टी तक नहीं रखी गई और राजसमंद में खोला गया कॉलेज इसका उदाहरण है.

शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर बहस में गहलोत सरकार पर बरसे पूर्व मंत्री देवनानी

देवनानी ने इस दौरान राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित अन्य विश्वविद्यालयों के हालात बताए, जहां अधिकतर पद रिक्त चल रहे हैं. इसके अलावा पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ओम थानवी की कुलपति पद पर नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि अनुभव को दरकिनार कर यह नियुक्तियां दी गई हैं. देवनानी ने कहा की राजस्थान विश्वविद्यालय में राम लखन मीणा को सिंडिकेट का मेंबर बना दिया. जबकि मीणा केंद्रीय विश्वविद्यालय अजमेर से टर्मिनेट है.

पढ़ें: अल्पसंख्यक मामलात मंत्री के इस आदेश पर उठा सवाल, कटारिया ने लगाया धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने का आरोप...

पूर्व शिक्षा मंत्री इटालियन कोचिंग से पढ़े हैं: देवनानी ने लेखानुदान मांगों पर बहस के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर भी निशाना साधा और कहा कि पूर्व मंत्री को शिक्षा में कोई रुचि नहीं थी. बस वह तो आरएसएस और प्रधानमंत्री मोदी को गालियां देने के साथ ही महापुरुषों के अपमान में जुटे रहते थे. देवनानी ने कहा कि वो ऐसा इसलिए करते थे क्योंकि इटालियन कोचिंग से पढ़े हैं. लेकिन यहां तो इटालियन कोचिंग से पढ़े हुए लोग नहीं चलेंगे, वे महापुरुषों का अपमान करते हैं. देवनानी ने कहा कि रीट परीक्षा अनियमितता मामले में बर्खास्त डीपी जारोली का दो मंत्रियों के साथ गठजोड़ था. ऐसे में सरकार को जारोली को गिरफ्तार करना चाहिए और नारकोटेस्ट भी कराना चाहिए. देवनानी ने कहा हमारी सरकार आएगी, तो हम इस मामले की सीबीआई जांच भी करवाएंगे.

पढ़ें: Rajasthan assembly: चिकित्सा मंत्री की दो टूक...स्थानांतरण के बाद नई जगह करना होगा ज्वाइन, वरना रुकेगी सैलरी

राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े लोगों पर निशाना: देवनानी ने इस दौरान राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े पदाधिकारी और कर्मचारियों पर भी निशाना साधा. देवनानी ने कहा शिक्षा विभाग में डीपीसी इसलिए नहीं हो रही क्योंकि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोग उसमें नहीं आ पा रहे. साथ ही इन सभी लोगों को आयुक्तालय में लगा दिया गया है. देवनानी ने कहा कि आज उन्हीं के कहने पर ट्रांसफर और पोस्टिंग हो रही है. जबकि रुकटा और संघ से जुड़े कर्मचारी संगठन के शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम इस सरकार में किया जा रहा है. देवनानी ने इस दौरान ना केवल रीट बल्कि अन्य परीक्षाओं के भी पर्चे लीक होने के गंभीर आरोप लगाए.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी गहलोत सरकार और कांग्रेस पर जमकर बरसे. देवनानी ने शिक्षा विभाग की कमियों को गिनाया. साथ ही रीट मामले में सीबीआई जांच की मांग को दोहराते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बर्खास्त अध्यक्ष डीपी जारोली और लिप्त लोगों के नार्को टेस्ट करवाने तक की मांग कर (Vasudev Devnani demands Narco Test of REET paper leak accused) डाली.

3 साल में पाताल लोक में गायब हो गई शिक्षा: सदन में अनुदान मांगों पर बहस के दौरान देवनानी ने कहा कि मौजूदा सरकार के 3 साल के कार्यकाल में राजस्थान में शिक्षा पाताल लोक में गायब हो गई है. ना स्कूल और कॉलेज भवन हैं और ना ही इनमें पढ़ाने वाले शिक्षक. पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि हालात यह है कि महात्मा गांधी स्कूल में नए फैकल्टी रखी नहीं और पुरानी हिंदी मीडियम स्कूल को ही बदलकर इंग्लिश मीडियम कर दिया. साथ ही आज 18632 स्कूल ऐसे हैं, जहां बिजली के कनेक्शन ही नहीं हैं.

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देवदानी ने स्कूलों में बिजली पानी के बिल निशुल्क करने की मांग भी की. देवनानी ने कहा आज उच्च शिक्षा में राजस्थान का प्रदर्शन गुणवत्ता के आधार पर बेहद खराब है. देवनानी ने एनआईआरएफ की रिपोर्ट का उदाहरण देते हुए यह बात कही. साथ ही नेट से बाहर अधिकतर महाविद्यालय का उदाहरण भी दिया. देवनानी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में 80 प्रतिशत कॉलेज बिना प्रिंसिपल के चल रहे हैं. 372 में से केवल 70 में ही प्रिंसिपल हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिन दिवंगत विधायकों के नाम पर कॉलेज खोले थे, वहां पर भी परमानेंट फैकेल्टी तक नहीं रखी गई और राजसमंद में खोला गया कॉलेज इसका उदाहरण है.

शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर बहस में गहलोत सरकार पर बरसे पूर्व मंत्री देवनानी

देवनानी ने इस दौरान राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित अन्य विश्वविद्यालयों के हालात बताए, जहां अधिकतर पद रिक्त चल रहे हैं. इसके अलावा पत्रकारिता विश्वविद्यालय में ओम थानवी की कुलपति पद पर नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि अनुभव को दरकिनार कर यह नियुक्तियां दी गई हैं. देवनानी ने कहा की राजस्थान विश्वविद्यालय में राम लखन मीणा को सिंडिकेट का मेंबर बना दिया. जबकि मीणा केंद्रीय विश्वविद्यालय अजमेर से टर्मिनेट है.

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पूर्व शिक्षा मंत्री इटालियन कोचिंग से पढ़े हैं: देवनानी ने लेखानुदान मांगों पर बहस के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर भी निशाना साधा और कहा कि पूर्व मंत्री को शिक्षा में कोई रुचि नहीं थी. बस वह तो आरएसएस और प्रधानमंत्री मोदी को गालियां देने के साथ ही महापुरुषों के अपमान में जुटे रहते थे. देवनानी ने कहा कि वो ऐसा इसलिए करते थे क्योंकि इटालियन कोचिंग से पढ़े हैं. लेकिन यहां तो इटालियन कोचिंग से पढ़े हुए लोग नहीं चलेंगे, वे महापुरुषों का अपमान करते हैं. देवनानी ने कहा कि रीट परीक्षा अनियमितता मामले में बर्खास्त डीपी जारोली का दो मंत्रियों के साथ गठजोड़ था. ऐसे में सरकार को जारोली को गिरफ्तार करना चाहिए और नारकोटेस्ट भी कराना चाहिए. देवनानी ने कहा हमारी सरकार आएगी, तो हम इस मामले की सीबीआई जांच भी करवाएंगे.

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राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े लोगों पर निशाना: देवनानी ने इस दौरान राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े पदाधिकारी और कर्मचारियों पर भी निशाना साधा. देवनानी ने कहा शिक्षा विभाग में डीपीसी इसलिए नहीं हो रही क्योंकि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोग उसमें नहीं आ पा रहे. साथ ही इन सभी लोगों को आयुक्तालय में लगा दिया गया है. देवनानी ने कहा कि आज उन्हीं के कहने पर ट्रांसफर और पोस्टिंग हो रही है. जबकि रुकटा और संघ से जुड़े कर्मचारी संगठन के शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम इस सरकार में किया जा रहा है. देवनानी ने इस दौरान ना केवल रीट बल्कि अन्य परीक्षाओं के भी पर्चे लीक होने के गंभीर आरोप लगाए.

Last Updated : Mar 7, 2022, 11:04 PM IST
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