जयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव को अभी 2 साल से अधिक का समय बाकी है, लेकिन सियासी सरगर्मियां अभी से तेज हो गई है. इस बीच आरएलपी संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को नया दल बनाने की सलाह दी है. वहीं, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की 'जन आशीर्वाद यात्रा' को लेकर भी बेनीवाल ने तीखा तंज कसा है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने कहा कि मैंने किरोड़ी लाल मीणा के लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए उनसे पूछा था कि वे इतना प्रयास क्यों कर रहे हैं, क्या पार्टी छोड़ना चाह रहे हैं. तब उन्होंने कुछ नहीं कहा, लेकिन मैं उन्हें सलाह देना चाहूंगा कि वे बीजेपी को छोड़ अपना नया दल बनाएं. साथ ही बेनीवाल ने यह भी कहा कि कांग्रेस के भीतर भी सचिन पायलट का बहुत अपमान हो रहा है, उन्हें भी कांग्रेस छोड़कर अपना नया दल बना लेना चाहिए. बेनीवाल ने वसुंधरा राजे के लिए भी कुछ ऐसी ही सलाह दी.
उनके हित में दे रहा हूं सलाह, मुझे कोई फायदा या नुकसान नहीं
आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल के अनुसार डॉ. किरोड़ी लाल मीणा पहले भी अपना दल बनाकर कई सालों तक संघर्ष कर चुके हैं और तब तीसरे दल के रूप में मैं भी उनके साथ था. आज भी वह पूर्वी राजस्थान में अपना प्रभाव रखते हैं. सचिन पायलट को लेकर बेनीवाल ने कहा कि पायलट ने भी कांग्रेस के भीतर रह कर लंबा संघर्ष किया है, लेकिन अब उन्हें वो सम्मान नहीं मिल रहा है. ऐसे में स्वाभिमान के लिए पार्टी से अलग होकर अपना दम दिखाना चाहिए.
50 विधायकों से सरकार या सीएम नहीं बनता
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी संयोजक हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा में भूपेंद्र यादव सहित एक दर्जन मुख्यमंत्री पद के चेहरे और दावेदार हैं. बेनीवाल ने कहा कि भूपेंद्र यादव तो शुरू से ही मुख्यमंत्री के चेहरा हैं क्योंकि वह भाजपा आलाकमान के नजदीकी नेताओं में शामिल हैं. वहीं, एक दर्जन मुख्यमंत्री के चेहरे भाजपा मुख्यालय में आकर बैठते हैं, लेकिन भाजपा को राजस्थान की जनता चुनाव में वोट देगी ही नहीं और 50 विधायकों में न तो राजस्थान में सरकार बनेगी और न भाजपा का मुख्यमंत्री.
मारवाड़, शेखावाटी और बीकाणा में भाजपा के हालत खराब
हाल ही में निकाली गई केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर भी बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने कहा कि इसको जनता का आशीर्वाद नहीं मिलेगा क्योंकि दिल्ली से जब भी कोई नेता आते हैं तो उसके पीछे समर्थक कार्यकर्ताओं की कुछ कार और मोटरसाइकिल लग जाती है. लेकिन इस यात्रा से भाजपा की सरकार बन जाए ऐसा नहीं है. बेनीवाल के अनुसार राजस्थान में मारवाड़, शेखावटी और बीकाणा क्षेत्र में भाजपा की हालत खराब है.
बेनीवाल ने कहा कि पिछले चुनाव में आरएलपी नहीं होती तो भाजपा 45 से 50 सीटों पर सिमट जाती. वहीं, पिछले दिनों हुए उपचुनाव और निकाय चुनाव में भाजपा की क्या स्थिति रही वह सबको पता है. साथ ही आने वाले पंचायत राज चुनाव का परिणाम भी बीजेपी को उसकी स्थिति बता देगा.
केंद्र से आमजन नाराज
बेनीवाल ने कहा कि कोरोना कालखंड में लोग ऑक्सीजन, रेमडेसिविर जैसी आवश्यकताओं के कारण परेशान होते रहे और केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को कोई मदद नहीं मिली. साथ ही राजस्थान में बीते 3 साल में भी भाजपा कोई बड़ा जन आंदोलन खड़ा नहीं कर पाई. बेनीवाल के अनुसार केंद्रीय कृषि कानून को लेकर भी जनता में भाजपा सरकार के प्रति रोष है.
बेनीवाल के बयान के पीछे का सियासी कारण
दरअसल, हनुमान बेनीवाल का यह बयान यूं ही नहीं सामने आया है, इसके पीछे भी आरएलपी का ही हित छुपा हुआ है. बेनीवाल (Hanuman Beniwal) के इस बयान से भाजपा में रहकर भी अपने सियासी वजूद को कायम रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे सांसद किरोड़ी लाल मीणा को भी पार्टी के भीतर कुछ प्राणवायु मिल पाएगी. साथ ही अपने इन बयानों से बेनीवाल ने किरोड़ी मीणा के प्रति अपनी हमदर्दी दिखाकर यह भी साफ कर दिया है कि तीसरे विकल्प की शक्ति के रूप में किरोड़ी आगे बढ़े तो आरएलपी उनके साथ खड़ी नजर आएगी.
वहीं, कांग्रेस में यदि सचिन पायलट अलग होते हैं तो भी उसका कुछ फायदा प्रदेश में तीसरी शक्ति के रूप में स्थापित आरएलपी को ही मिलने की संभावना है. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर हनुमान बेनीवाल के बयान नए नहीं हैं. राजेश सेन की पुरानी दुश्मनी के चलते अक्सर वे इस प्रकार के बयान दिया करते हैं.