जयपुर. राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस के 19 विधायकों के साथ 3 निर्दलीय विधायक भी बीते 1 महीने से राजधानी जयपुर से बाहर थे. कहा जा रहा था कि ये विधायक सचिन पायलट कैंप में शामिल हैं. अब तीनों विधायक ओम प्रकाश हुड़ला, खुशवीर जोजावर और सुरेश टांक जयपुर आ चुके हैं.
जयपुर आने के बाद विधायक खुशवीर सिंह जोजावर और सुरेश टांक ने ईटीवी भारत से खास बात की. इस दौरान खुशवीर सिंह ने कहा कि हमने अब तक ऐसा कोई शब्द इस्तेमाल नहीं किया, जिसे बगावत के तौर पर देखा जाए और ना ही हमारा कोई ऑडियो या वीडियो पायलट कैंप के साथ दिखाई दिया. सिंह ने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर ही गुजरात गए थे, जहां उनका इलाज होना था. इस दौरान वह अपना फोन भी साथ नहीं ले कर गए थे, ऐसे में उनका किसी से संपर्क नहीं हुआ.
मुझे कानून पर पूरा विश्वास हैः खुशवीर सिंह
वहीं, विधायक खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी और एसीबी में केस दर्ज होने पर उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और मुझे कानून पर पूरा विश्वास है. हम दोषी होंगे तो हमें सजा मिलेगी और निर्दोष होंगे तो हम पर केस करने वालों को यह सोचना पड़ेगा कि निर्दोष लोगों के खिलाफ इस तरह की बातें क्यों की गई. अगर सरकार के पास कोई क्लू है तो वह सच्चाई सामने ले आएगी, लेकिन हम दावे के साथ कह सकते हैं कि हम पूरी तरीके से निर्दोष हैं.
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अगर दोषी साबित हुआ तो त्यागपत्र दे दूंगाः खुशवीर सिंह
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वह दोषी साबित होते हैं तो वह त्यागपत्र देकर राजस्थान छोड़कर चले जाएंगे. खुशवीर सिंह ने कहा कि हमने कांग्रेस सरकार को समर्थन नहीं दिया था, हमने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समर्थन दिया था. हमने राज्यसभा चुनाव में भी अपनी निष्ठा और ईमानदारी दिखाई थी, उस समय भी हमने अपना वोट इधर से उधर नहीं किया तो अब और क्या परीक्षा हमारी ली जानी थी.
दिल्ली में मुकदमा खत्म होने का इंतजार कर रहे थेः टांक
विधायक सुरेश टांक ने कहा कि वह दिल्ली में मुकदमा खत्म होने का इंतजार कर रहे थे. एसओजी की तरफ से न्यायालय में मामला वापस लिया गया तो हम वापस घर आ गए. उन्होंने खुद पर बांसवाड़ा जाकर निर्दलीय विधायक रमिला खड़िया को लालच देने की बात पर जवाब दिया कि वह बांसवाड़ा गए थे क्योंकि बांसवाड़ा में उनके बड़े भाई 40 साल से रहते हैं. उन्होंने कहा कि वो नाथद्वारा दर्शन करने गए थे, जो मुख्यमंत्री को पता है.
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टांक ने कहा कि हम निर्दलीय विधायक हैं इसलिए हमने हमारी साथी निर्दलीय विधायक रमिला खड़िया से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वहां पहले से कोई मुकदमा चल रहा था, ऐसे में हमें उस मामले में कनेक्ट कर दिया गया लेकिन ऐसा कुछ नहीं था. अगर कोई सबूत है तो हम सजा भुगतने को तैयार हैं. टांक ने कहा कि ना तो हमने किसी को पैसा दिया है और ना ही किसी से पैसा लिया है.
मुकदमा होना हमारी नाराजगी का प्रमुख कारण थाः टांक
सुरेश टांक ने कहा कि वह लापता नहीं थे. उनकी जनता को पता है कि उनके ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ था इसी वजह से वह अपनी विधानसभा में नहीं जा पाए. अब जब यह सच्चाई सामने आ गई है तो हम भी सामने आ गए हैं. उन्होंने साफ कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनकी नाराजगी थी क्योंकि वह मुख्यमंत्री होने के नाते राज्य के मुखिया के साथ ही हमारे भी मुखिया थे.
टांक ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में भी हम उनके साथ थे. उन्होंने कहा कि मुकदमा होना ही हमारी नाराजगी का प्रमुख कारण था. उन्होंने कहा कि इस 1 महीने में ज्यादा कुछ नहीं बदला है, लेकिन जो एक विश्वास की डोर थी वह हल्की हो गई है और मुकदमा दर्ज होने की वजह से हमें तकलीफ हुई है.