जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा चुनाव में हुई बाड़ेबंदी के बाद अब प्रदेश में एक बार फिर बाड़ेबंदी-2 शुरू हो गई है. इस बाड़ेबंदी में भले ही दावे बड़े-बड़े किए जा रहे हों, लेकिन कांग्रेस के 2 मंत्रियों समेत 20 विधायक इस बाड़ेबंदी में नहीं पहुंचे हैं. बता दें कि कांग्रेस के सभी विधायकों को जयपुर के कूकस में स्थित फेयरमाउंट होटल में शिफ्ट कर दिया गया है. 1 महीने में ही दूसरी बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने विधायकों को पांच सितारा होटल में कैद करना पड़ा है.
राजस्थान में हो रही बाड़ेबंदी में ये 20 विधायक नहीं हैं मौजूद:
सचिन पायलट, राकेश पारीक, मुरारी लाल मीणा, जीआर खटाना, इंद्राज गुर्जर, गजेंद्र सिंह शक्तावत, हरीश मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, भंवर लाल शर्मा, गजराज खटाना, बृजेंद्र ओला, हेमाराम चौधरी, पीआर मीणा, रमेश मीणा, विश्वेंद्र सिंह, मुकेश भाकर, सुरेश मोदी, अमर सिंह जाटव और वेद सोलंकी.
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राजस्थान में संगठन के 3 अध्यक्ष सरकार से हुए दूर
राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक में एक बात और निकल कर सामने आई है कि सत्ता के सभी भागीदार फेयरमाउंट होटल में मौजूद हैं. लेकिन इसी संगठन के 3 ताकतवर लोग अपनी ही सरकार से दूर हैं. इन तीन लोगों में पहले राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट, दूसरे राजस्थान युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर और तीसरे राजस्थान सेवादल कांग्रेस के अध्यक्ष राकेश पारीक हैं.
इन विधायकों ने भी किया कांग्रेस से किनारा
इस पूरे मामले में जहां 20 विधायक कांग्रेस के अपनी ही सरकार की बाड़ेबंदी से दूर हैं, तो वहीं दूसरी ओर 3 निर्दलीय विधायक भी अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ नहीं हैं. निर्दलीय विधायक सुरेश टांक, खुशवीर जोजावर और ओमप्रकाश हुडला इस बाड़ेबंदी से दूर हैं. वहीं, जिस तरीके से इन पर एसीबी के केस दर्ज हुए हैं, वे अब कांग्रेस को वोट भी नहीं करेंगे.
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साथ ही भारतीय ट्राइबल पार्टी के दोनों विधायक भी बाड़ेबंदी से दूर हैं. उनकी पार्टी की ओर से एक बयान जारी किया गया है कि अगर मतदान जैसी स्थिति होती है तो वह उसे दूर रहेंगे. इसका भारतीय ट्राइबल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश भाई वसावा ने व्हिप जारी किया है तो वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक विधायक गिरधारी मैया भी इस बाड़ेबंदी में शामिल नहीं होंगे.