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बैंकों के विलय का विरोध: सड़कों पर उतरे बैंककर्मी, प्रदेश भर में दो हजार करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित

बैंकों के विलय को लेकर मंगलवार को बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल से करीब एक हजार बैंक बंद रहे, जिससे प्रदेशभर में करीब 2 हजार करोड़ का कारोबार भी प्रभावित हुआ. कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे.

राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल, nationwide bank employees strike
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Published : Oct 22, 2019, 7:17 PM IST

Updated : Oct 22, 2019, 7:51 PM IST

जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से बैंकों के विलय के लिए गए फैसले के विरोध में मंगलवार को बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण करीब एक हजार से अधिक बैंक शाखा बंद रही और करीब 2 हजार करोड़ रुपए का कारोबार भी प्रभावित हुआ.

बैंकों के किए गए विलय को लेकर कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन

बता दें कि बैंकों के विलय को लेकर मंगलवार को बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से करीब एक हजार बैंक बंद रहे, जिससे करीब 2 हजार करोड़ का कारोबार भी प्रभावित हुआ.

ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज यूनियन और बैंक एंप्लोई फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से बुलाई हड़ताल से बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सिंडिकेट बैंक पर अधिक असर रहा. मंगलवार सुबह 11 बजे बैंकिंग संगठन विरोध जताते हुए जयपुर के अहिंसा सर्किल स्थित सिंडिकेट बैंक पर प्रदर्शन करते हुए पहुंचे. वहीं, इस दौरान बैंकिंग कर्मियों ने सरकार के सामने अपनी मांग भी रखी.

पढ़ें- मरीजों के लिए राहत की खबर, SMS हॉस्पिटल में बनेगा 50 बेड का आईसीयू, सीएम ने जारी किया बजट

बैंक कर्मचारियों ने कहा कि बैंकों के विलय होने से सरकारी नौकरी पर संकट आएगा और बेरोजगारी बढ़ेगी. साथ ही बैंकों के एनपीए बढ़ते कर्ज दाताओं से कर्ज वसूली में ढ़िलाई बरतने से कर्ज वसूली नहीं हो पा रही है. वहीं, इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और अपना विरोध भी जताया.

इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे. कर्मचारियों ने कहा कि बढ़ते निजीकरण से बैंक कर्मचारियों पर बेरोजगारी की मार भी पड़ेगी.

जयपुर. केंद्र सरकार की ओर से बैंकों के विलय के लिए गए फैसले के विरोध में मंगलवार को बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण करीब एक हजार से अधिक बैंक शाखा बंद रही और करीब 2 हजार करोड़ रुपए का कारोबार भी प्रभावित हुआ.

बैंकों के किए गए विलय को लेकर कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन

बता दें कि बैंकों के विलय को लेकर मंगलवार को बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से करीब एक हजार बैंक बंद रहे, जिससे करीब 2 हजार करोड़ का कारोबार भी प्रभावित हुआ.

ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज यूनियन और बैंक एंप्लोई फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से बुलाई हड़ताल से बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सिंडिकेट बैंक पर अधिक असर रहा. मंगलवार सुबह 11 बजे बैंकिंग संगठन विरोध जताते हुए जयपुर के अहिंसा सर्किल स्थित सिंडिकेट बैंक पर प्रदर्शन करते हुए पहुंचे. वहीं, इस दौरान बैंकिंग कर्मियों ने सरकार के सामने अपनी मांग भी रखी.

पढ़ें- मरीजों के लिए राहत की खबर, SMS हॉस्पिटल में बनेगा 50 बेड का आईसीयू, सीएम ने जारी किया बजट

बैंक कर्मचारियों ने कहा कि बैंकों के विलय होने से सरकारी नौकरी पर संकट आएगा और बेरोजगारी बढ़ेगी. साथ ही बैंकों के एनपीए बढ़ते कर्ज दाताओं से कर्ज वसूली में ढ़िलाई बरतने से कर्ज वसूली नहीं हो पा रही है. वहीं, इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और अपना विरोध भी जताया.

इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे. कर्मचारियों ने कहा कि बढ़ते निजीकरण से बैंक कर्मचारियों पर बेरोजगारी की मार भी पड़ेगी.

Intro:जयपुर एंकर-- केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के विलय के लिए गए फैसले के विरोध में आज. बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया. इस दौरान राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के चलते करीब 1000 से अधिक बैंक शाखा बंद रही . और करीब 2000 करोड रुपए का नुकसान भी हुआ.


Body:जयपुर-- बैंकों के विलय को लेकर आज बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. राष्ट्रव्यापी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से बैंक बंद रहे . और 1000 बैंक शाखाएं बंद रहने से करीब 2000 करोड का कारोबार भी प्रभावित हुआ. ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज यूनियन और बैंक एंप्लोई फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बुलाई हड़ताल से बैंक ऑफ बड़ौदा और बैंक ऑफ महाराष्ट्र और सिंधी कैंट बैंक पर अधिक असर रहा. आज सुबह 11:00 बजे बैंकिंग संगठन विरोध जताते हुए जयपुर के अहिंसा सर्किल स्थित सिंडीकेट बैंक पर प्रदर्शन करते हुए पहुंचे. और अपना विरोध जताया . इस दौरान बैंकिंग कर्मियों ने सरकार के सामने अपनी मांग भी रखी. बैंक कर्मचारियों ने कहा कि बैंकों के विलय होने से सरकारी नौकरी पर संकट आएगा और बेरोजगारी बढ़ेगी. साथ ही बैंकों के एनपीए बढ़ते कर्ज़ दाताओं से कर्ज वसूली में ढिलाई बरतने से कर्ज वसूली नहीं हो पा रही. बैंक कर्मचारियों पर भी पड़ रही है. वहीं इस दौरान बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए और अपना विरोध भी जताया इस दौरान कर्मचारियों का कहना है कि यदि सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी बैठ जाएंगे. वहीं कर्मचारियों का कहना है कि बैंकों के बढ़ती निजी करण से बैंक कर्मचारियों पर बेरोजगारी की मार भी पड़ेगी.

बाइट-- महेश मिश्रा महासचिव बैंकिंग यूनियन राजस्थान


Conclusion:
Last Updated : Oct 22, 2019, 7:51 PM IST
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