जयपुर. प्रदेश में बिजली कंपनियों के कर्मचारियों को दिवाली के दौरान मिलने वाले बोनस में विसंगति से नाराज कर्मचारियों ने विद्युत भवन का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया. खास बात ये रही कि इस विरोध प्रदर्शन में कोई एक कर्मचारी संगठन नहीं बल्कि सभी कर्मचारी संगठनों ने एक ही बैनर तले बोनस में विसंगति दूर करने की मांग की है.
विरोध कर रहे कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों का आरोप था कि विद्युत निगमों में इस वर्ष बोनस व एक्सग्रेसिया की राशि नगद ना देकर 75 फीसदी बोनस प्रोविडेंट फंड में जबकि 25 फीसदी बोनस की राशि नकद दी जा रही है. वहीं, हर साल विद्युत निगमों में शत-प्रतिशत बोनस की राशि कर्मचारियों को नकद दी जाती थी. कर्मचारी नेता डीडी शर्मा और यतेंद्र शर्मा ने बताया कि विद्युत निगमों में जिस प्रकार के फैसले मैनेजमेंट की ओर से लिए जा रहे हैं वो कहीं ना कहीं इन विद्युत निगमों को पूरी तरह बंद करने जैसे हैं.
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इससे पहले कभी भी कर्मचारियों के बोनस की राशि प्रोविडेंट फंड के माध्यम से नहीं दी गई थी. साथ ही उनका आरोप था कि जब प्रदेश के विद्युत वितरण प्रसारण और उत्पादन निगम फैक्ट्री एक्ट के तहत आते हैं तो बोनस की राशि में यह विसंगति आखिर क्यों की जा रही है.