जयपुर. राज्य की 7 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियों में (7 thousand village service cooperative societies Elections ) जुलाई महीने तक चुनाव करा दिए जाएंगे. इस बार ग्राम सेवा सहकारी समितियों में चुनाव वार्ड पद्धति लागू करते हुए करवाए जाएंगे. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक तैयारियों के भी निर्देश दिए.
आंजना मंगलवार को शासन सचिवालय के मंत्रालय भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव संम्पन्न होने के बाद केन्द्रीय सहकारी बैंकों एवं अपेक्स बैंक के चुनाव कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिन जिला दुग्ध संघों में चुनाव होने है, उनके भी चुनाव शीघ्र कराने के निर्देश दिए. आंजन ने ग्राम सेवा सहकारी समितियों में व्यवथापकों के खाली पदों को भरने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए. उन्होंने व्यवस्थापकों के सेवा नियमों सहित अन्य मुद्दो पर भी विस्तार से चर्चा की. आंजना ने कहा कि किसानों को बुवाई के दौरान खाद बीज की समस्या नहीं हो इसके लिए समय पर खाद और बीज का भंडारण सुनिश्चित किया जाए.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार मैकेनिज्म विकसित किया जाए कि सहकारी समितियों से किसानों को समय पर गुणवतापूर्ण खाद और बीज की आपूर्ति हो सके. इसके लिए उन्होंने राजफैड को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए. सहकारिता मंत्री ने कहा कि 1 अप्रेल से किसानों को 20 हजार करोड़ रूपये का ब्याज मुक्त फसली ऋण वितरण की शुरूआत होगी. राज्य के इतिहास में ऋण वितरण का यह सर्वाधिक लक्ष्य होगा. उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
व्यवस्थापको के खाली पद भरने के लिए कमेटी मार्च में देगी रिपोर्टः बैठक में प्रमुख शासन सचिव सहकारिता दिनेश कुमार ने कहा कि व्यवस्थापकों के खाली पदों को भरने के लिए मार्च माह के अंत तक पांच सदस्य कमेटी अपनी रिपोर्ट दे देगी. उन्होंने कहा कि पीएलडीबी को घाटे से उभारने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है और शीघ्र ही प्रस्तुत की जाएगी. किसानों को ऋण वितरण के साथ बी-कॉम्पोनेंट के लिए अलग से रिपोर्ट बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि 17 हजार 24 करोड़ रूपये का फसली ऋण वितरण हो चुका है.
रजिस्ट्रार सहकारिता मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव से संबंधित प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि कैबिनेट उप समिति के निर्णय के अनुसार तिलम संघ की परिसम्पतियों का विक्रय किया जाना है. इस और कार्य प्रारंभ किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों की आय को बढ़ाने के लिए व्यवसाय विविधिकरण पर जोर दिया जा रहा है.