जयपुर. राजधानी के अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में रखी इजिप्ट की ममी अब बेसमेंट से प्रथम तल पर शिफ्ट की जा रही है. 14 अगस्त को आई भीषण बारिश की वजह से अल्बर्ट हॉल के बेसमेंट में पानी भर गया था. हालांकि, ढाई हजार साल पुरानी ममी को समय पर निकाल लिया गया था. जिसके बाद अब प्रशासन इसको लेकर दोबारा कोई रिस्क नहीं लेना चाहता.
राजस्थानी के अल्बर्ट हॉल में मौजूद इजिप्ट की ममी की डिस्प्ले का स्थान समय-समय पर बदला गया है. शुरुआत में इस ममी को अल्बर्ट हॉल की पहली मंजिल पर रखा गया था. इसके बाद 2007-08 में ग्राउंड फ्लोर पर बनाई गई थीम गैलरी में दूसरे देशों की सामग्री के साथ डिस्प्ले किया गया, लेकिन पर्यटकों के नजरिए से विचार करने के बाद ममी को बेसमेंट में शिफ्ट कर दिया गया. हालांकि, 14 अगस्त की बारिश में यहां पानी भर जाने की वजह से ममी को शोकेस से बाहर निकाल कर ग्राउंड फ्लोर पर रखा गया और अब इसे दोबारा प्रथम तल पर शिफ्ट किया जा रहा है. अब इसके साथ ही मिस्र की कला-पुरा सामग्री दीर्घा भी इसी के साथ प्रदर्शित होगी.
इस संबंध में अल्बर्ट हॉल अधीक्षक डॉ. राकेश छोलक ने बताया कि ममी को बेसमेंट से शिफ्ट करने के साथ पुरा वस्तुओं को सहेजने के लिए पुरातत्व और संग्रहालय विभाग ने एक कमेटी बनाई. कमेटी ने तय किया कि ममी सहित मिस्र की कला-पुरा सामग्री दीर्घा को प्रथम तल पर शिफ्ट किया जाए. अब पर्यटक 27 सितंबर से मिस्र की ममी को प्रथम तल पर देख सकेंगे. हालांकि, यहां बेसमेंट जैसा कम रोशनी वाला वातावरण नहीं मिलेगा. लेकिन कोशिश की गई है कि इसे प्रथम तल के सबसे कम रोशनी वाले स्थान पर रखा जाए. ताकि ममी को देखने का क्रेज बरकरार रहे.
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बता दें कि 1876 में जयपुर में अल्बर्ट हॉल की नींव रखी गई थी. उसके बाद 1885 में इजिप्ट की ममी को लाया गया था. तभी से ये ममी यहां आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. 14 अगस्त की बारिश के बाद से अल्बर्ट हॉल पर्यटकों के लिए बंद है. लेकिन अब पर्यटन दिवस से पर्यटक ममी का दीदार कर सकेंगे.